उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने दिल्ली में बताया कि पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों में से 18 सीटों पर और असम की 126 में से 65 सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मतदान हुआ। कहीं से भी हिंसा के कारण किसी की जान जाने या घायल होने की खबर नहीं है। सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि धांधली, वोट से इंकार और मतदान विलंब से शुरू होने की कुल 16 शिकायतें मिली हैं। दोनों राज्यों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया गया। पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में केंद्रीय अद्धृसैनिक बल तैनात किए गए थे और हेलीकॉप्टरों की नियमित उड़ानों के साथ हवाई निगरानी की गई।
पश्चिम बंगाल में 40.09 लाख मतदाताओं में से 80 फीसदी ने मतदान किया। राज्य में आज जिन सीटों पर मतदान हुआ उनमें से ज्यादातर पर तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने से पहले माओवादियों का प्रभाव था। पश्चिम बंगाल की 18 सीटों में से 13 जंगलमहल इलाके में हैं जहां पहले माओवादी हिंसा देखी जाती रही है। सुरक्षा कारणों से इन सीटों पर मतदान शाम चार बजे समाप्त हो गया। शेष पांच क्षेत्रों पुरुलिया, मनबाजार, काशीपुर, पारा और रघुनाथपुर में मतदान शाम छह बजे तक चला। इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में आदिवासी मामलों के मंत्री सुकुमार हंसदा हैं जो झाड़ग्राम से किस्मत आजमा रहे हैं। तृणमूल, वाम-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा ने सभी 18 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। पांच साल पहले पश्चिम बंगाल की सत्ता में आने के बाद से राज्य की राजनीति पर प्रभुत्व जमाने वाली ममता बनर्जी को माकपा नीत वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा से चुनौती मिल रही है। भाजपा भी इस पूर्वी राज्य में अपना आधार बनाने की भरपूर कोशिश कर रही है।
असम में तरूण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस लगातार चौथी बार सरकार बनाने के लिए प्रयासरत है। इस पूर्वोत्तर राज्य में 95.11 लाख से अधिक मतदाताओं में से 70 प्रतिशत ने मतदान किया। पहले चरण में 126 में से जिन 65 सीटों पर मतदान हुआ उनमें से किसी में हिंसा की कोई खबर नहीं है। ये 65 सीटें ऊपरी असम, पर्वतीय जिलों, उत्तरी किनारों और बराक घाटी में हैं। पहले चरण में कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री तरण गोगोई की तीताबोर से और निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष प्रणब गोगोई की शिवसागर से प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल माजुली सीट से किस्मत आजमा रहे हैं वहीं जोरहट से पार्टी के लोकसभा सदस्य कामाख्या प्रसाद तासा तीताबोर में मुख्यमंत्री गोगोई को टक्कर दे रहे हैं। भाजपा ने कांग्रेस के रथ को रोकने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल महंत की असम गण परिषद और बोडो पीपुल्स फ्रंट से हाथ मिलाया है। धुबरी से एआईडीयूएफ के सांसद बदरुद्दीन अजमल ने 65 विधानसभा क्षेत्रों में से 27 में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस पहले चरण में सभी 65 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। भाजपा ने 54 पर और इसकी सहयोगियों एजीपी ने 11 तथा बीपीएफ ने तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। भाकपा और माकपा ने 10-10 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं तथा भाकपा-माले (ले) ने छह पर उम्मीदवार उतारे हैं।