झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो के नेतृत्व वाली हेमंत सोरेन सरकार के चार प्रमुख मंत्रियों को करारी हार का सामना करना पड़ा, हालांकि गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरी बार सत्ता बरकरार रखी।
जिन मंत्रियों को धूल चटाई गई उनमें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और जल संसाधन मंत्री मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं, जो कई विवादों में रहे।
अन्य दो में शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम और समाज कल्याण मंत्री बेबी देवी शामिल हैं, जिनके विभाग ने लोकलुभावन मईयां सम्मान योजना शुरू की थी, जिसने राज्य में झामुमो नीत गठबंधन की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
इस योजना के तहत 18-50 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है और जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने इसे बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रति माह करने का वादा किया है। वर्तमान में इस योजना से झारखंड भर में लगभग 57 लाख महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।
कांग्रेस के बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जदयू के सरयू राय से 7,863 मतों से हार गए। गढ़वा में झामुमो के मिथिलेश कुमार ठाकुर को भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी ने 16,753 मतों से हराया।
लातेहार से चुनाव लड़ रहे झामुमो के बैद्यनाथ राम भाजपा के प्रकाश राम से 434 मतों के मामूली अंतर से हार गये। झामुमो की बेबी देवी डुमरी सीट पर जेएलकेएम के जयराम कुमार महतो से 10,945 के अंतर से हार गईं।
अप्रैल 2023 में कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण अपने पति जगरनाथ महतो की मृत्यु के बाद देवी को मंत्री बनाया गया था।
हेमंत सोरेन की झामुमो नीत गठबंधन ने शनिवार को झारखंड में शानदार वापसी करते हुए 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल कर ली, जबकि भाजपा नीत राजग को महज 24 सीटें ही मिल सकीं।