सबसे खराब हालत भारतीय जनता पार्टी की हो रही है जिसे सर्वे ने सिर्फ 1 सीट दी है। खास बात यह है कि पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिले 17 प्रतिशत वोटों का बड़ा हिस्सा उससे दूर जाता दिख रहा है। सर्वे के अनुसार इस बार पार्टी को पिछले विधानसभा चुनाव की तरह 5 फीसदी वोटों से ही संतोष करना पड़ सकता है। एक और तथ्य यह है कि वाम और कांग्रेस भले ही परोक्ष रूप से मिलकर लड़ रह हैं मगर दोनों को पिछली विधानसभा के मुकाबले सिर्फ 6 सीटों का फायदा होता ही दिख रहा है। ऐसे में यह गठबंधन उनके लिए कितना लाभप्रद रहेगा यह देखने वाली बात होगी। वैसे माना जा रहा है कि गठबंधन न होने की सूरत में उनकी हालत और खराब हो सकती थी।
सर्वे में सीएम पद के लिए अब भी सबसे पसंदीदी शख्स ममता बनर्जी ही हैं जिन्हें 62 फीसदी लोग फिर से मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इसके उलट वाम मोर्चा के बुद्धदेव भट्टाचार्य को 12 फीसदी और भाजपा की रूपा गांगुली को सिर्फ 3 फीसदी लोग पसंद कर रहे हैं।