बाकी 28 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए पहुंचे मतदाताओं की संख्या कल ही पता लग पाएगी क्योंकि उन इलाकों में संचार व्यवस्था खराब है। इन क्षेत्रों से मतदान टीमों को कल हवाई मार्ग से लेकर आया जाएगा।
आयोग के महानिदेशक सुदीप जैन ने छह जिलों में 38 सीटों के लिए हुए प्रथम चरण के मतदान के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए बताया कि 2009 के बाद यह अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है। 2009 में मतदान 76 प्रतिशत जबकि 2012 के विधानसभा चुनाव में यह 77.18 प्रतिशत था। 2014 के लोकसभा चुनाव में मतदान 78.2 प्रतिशत था।
अभी तक मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे लोगों से चुनाव अधिकारियों ने 1.93 करोड़ रुपये नकद, 77.38 लाख रुपये की शराब, 76.02 लाख रुपये के 109 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। जैन ने कहा, प्रथम चरण का चुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया, हालांकि मतदाताओं को धमकी देने के कुछ संदिग्ध मामले हैं। दूसरे चरण के चुनाव में राज्य की बाकी की 22 विधानसभा सीटों के लिए मतदान आठ मार्च को होगा।
मणिपुर के इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम, बिशनुपुर और पर्वतीय जिलों चूड़ाचन्द्रपुर और कांगपोकपी के 38 विधानसभा क्षेत्रों के 1643 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी के देवनगन ने इंफाल में संवाददाताओं को बताया कि आंकड़ा अभी प्रारंभिक हैं क्योंकि उचित संचार के अभाव में 28 प्रतिशत मतदान केंद्रों से रिपोर्ट अभी मिलनी बाकी है। उन्होंने बताया कि 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान इन्हीं विधानसभा सीटों पर 77.18 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
उन्होंने कहा कि कांगपोकपी जिले के सायकुल विधानसभा क्षेत्र में अज्ञात उपद्रवियों की ओर से मतदाताओं को कथित रूप से धमकाने की सूचना है। इसकी जांच की जाएगी।