एक्जिट पोल से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कल फिर से एनडीए को बहुमत मिल रहा है और नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। एक्जिट पोल के नतीजों में शिवसेना-भाजपा की भारी जीत को देखते हुए मुंबई में एनसीपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयदत्त क्षीरसागर ने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से ऐन पहले शिवसेना का दामन थाम लिया है। आज वे उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता लेंगे।
NCP नेतृत्व से थे नाराज
हालांकि राजनीति के गलियारों में यह कानाफूसी कई दिनों से हो रही थी कि क्षीरसागर जल्द ही शिवसेना जॉइन कर लेंगे। क्षीरसागर कई पार एनसीपी नेतृत्व पर अंगुली उठा चुके थे और उनका आरोप था कि जानबूझ कर उनकी अनदेखी की जा रही है और बीड़ में उनके स्थानीय प्रतिद्वंद्वी धनंजय मुंडे को तवज्जो दी जा रही है। उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई न होने के बाद उन्होंने तय किया कि वे बीड़ से भाजपा-शिवसेना की उम्मीदवार डॉ. प्रीतम मुंडे को समर्थन देंगे और लोगों से अनुरोध करेंगे कि उनके पक्ष में मतदान करें।
‘अप्रैल’ में गए थे नए साल की शुभकामना देने
नाराज जयदत्त क्षीरसागर ने अप्रैल में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके निवास मातोश्री में एक गुप्त मुलाकात की थी। हालांकि, उन्होंने पार्टी में शामिल होने से संबंधित किसी भी बातचीत से इनकार किया था और कहा था कि ठाकरे को नए साल की शुभकामना देने के लिए यह "शिष्टाचार मुलाकात" थी।
विखे पाटिल के बेटे भी आ चुके हैं भाजपा में
बैठक में युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे, बीड जिला परिषद के अध्यक्ष भारतभूषण क्षीरसागर, पार्टी सचिव मिलिंद नार्वेकर भी उपस्थित थे। इससे पहले मार्च में, कांग्रेस नेता विखे पाटिल के बेटे सुजय मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे और बाद में उन्हें अहमदनगर दक्षिण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया था।