उपचुनाव के प्रचार में भाजपा ने आइटम वाले मामले को कांग्रेस के खिलाफ मुख्य चुनावी मुद्दा बना दिया था किन्तु परिणाम बताते है कि जनता ने इसे पूरी तरह से नकार दिया है। मंत्री इमरती देवी खुद डाबरा सीट से कांग्रेस के नये प्रत्याशी से पीछे हो गई है। कांग्रेस वहां पर कड़ी टक्कर दे रही है, जबकि 2018 के चुनाव में इमरती देवी कांग्रेस के टिकट पर यहां से करीब पचास हजार से अधिक मतों से जीती थी।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्री और डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को चुनाव प्रचार के दौरान आइटम कह दिया था। भाजपा ने इसे महिला प्रत्याशी का अपमान बताया और कमलनाथ के खिलाफ हल्ला बोल दिया था। भाजपा ने कांग्रेस और कमलनाथ के खिलाफ इसे सबसे बड़ा हथियार बना लिया था। पार्टी ने प्रदेश स्तर पर इसको लेकर धरना-प्रदर्शन भी किये थे। भाजपा के सभी नेताओं ने प्रचार के दौरान इस बात को जोर-शोर से उठाया। इमरती देवी को पीड़ित की तरह सभाओं में पेश किया गया। भाजपा इसका फायदा सभी सीटों पर लेना चाहती थी किन्तु डबरा के परिणाम बताते है कि जनता ने इस मुद्दे पर ध्यान ही नहीं दिया।
पिछले चुनावों में पचास हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वाली इमरती देवी इस बार जीत के लिए संघर्ष कर रही है। 12 राउंड की मतगणना के बाद वे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे से पीछे चल रही है। मतगणना की शुरूआत से ही दोनों में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। भाजपा ने जिस तरह आइटम शब्द को मुद्दा बनाया था उससे तो इमरती देवी को पहले से भी बड़ी जीत दर्ज करनी चाहिए थी, पर ऐसा हो नहीं रहा है।