शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवाजी पार्क में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस गठबंधन की सरकार में ठाकरे के साथ शिवसेना की तरफ से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने भी शपथ ली। वहीं, कांग्रेस और राकांपा के भी दो विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। कांग्रेस की तरफ से बाला साहेब थोराट और नितिन राउत को मंत्री बनाया गया है। राकांपा की तरफ से छगन भुजबल और पार्टी के विधायक दल के नेता जयंत पाटील ने शपथ ली।
पीएम मोदी ने शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के सीएम के रूप में शपथ लेने पर दी बधाई। पीएम मोदी ने कहा- मुझे भरोसा है कि वह महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए कमर्ठतापूर्वक काम करेंगे।
रात 8 बजे कैबिनेट की पहली बैठक
वहीं, उद्धव ठाकरे रात 8 बजे कैबिनेट की पहली बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (सीएमपी) में किए गए वादों को लेकर कैबिनेट कोई बड़ा ऐलान कर सकती है। इस बारे में एकनाथ शिंदे ने बताया कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के मुद्दे पर रात को होने वाली कैबिनेट की बैठक में चर्चा की जाएगी। सीएमपी के तहत नौकरी में स्थानीय लोगों को 80 फीसदी आरक्षण देने के लिए कानून लाया जाएगा। बैठक में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के अलावा नानर रिफाइनरी प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की जाएगी।
इससे पहले शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर अपने गठबंधन का नाम महा विकास अघाड़ी का ऐलान करते हुए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भी जारी कर दिया। इसके शुरुआत में कहा गया है कि गठबंधन संविधान में लिखित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को लेकर प्रतिबद्ध है। शिवसेना नेता एकनाथ खडसे ने बताया कि इस कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्ताक्षर हैं।
उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली महा विकास अघाड़ी गठबंधन में दो समन्वय समितियां होंगी। महा विकास अघाड़ी के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में लिखा है, “दो समन्वय समितियां होंगी, जिनमें एक राज्य कैबिनेट के समन्वय के लिए, दूसरी गठबंधन के सहयोगियों के बीच समन्वय के लिए।”
कौन-कौन हुए शामिल
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान गठबंधन के ही कई नेता नदारद दिखे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उद्धव ठाकरे चिट्ठी लिखकर बधाई दी और शपथ ग्रहण में न आ पाने को लेकर अफसोस जताया। इससे पहले कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को शुभकामनाएं दी और शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो पाने के लिए खेद जताया। सोनिया ने कहा कि जब देश के सामने भाजपा से अप्रत्याशित खतरे पैदा हुए हैं, तो ऐसे में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और राकांपा एक साथ आई हैं।
हालांकि, शपथ ग्रहण समारोह में जिन नेताओं ने शिरकत की उनमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, डीएमके चीफ एम.के. स्टालिन, टी.आर. बालू, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम शामिल है। शपथ ग्रहण समारोह में राकांपा प्रमुख शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल और उनकी बेटी सुप्रिया सुले भी शामिल हुईं। इस दौरान अजित पवार भी दिखे। कांग्रेस की तरफ से अहमद पटेल, सुशील कुमार शिंदे नजर आए। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी समारोह में शामिल हुए। समारोह में बिजनेसमैन मुकेश अंबानी भी अपनी पत्नी नीता अंबानी और बेटे आकाश के साथ शामिल हुए।
न्योते के बाद भी ये नेता नहीं आए
शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी न्योता दिया गया था। लेकिन ये नेता शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हुए।