यूपी विधानसभा चुनावों को लेकर सिसायत गरमाई हुई है। पहले चरण का मतदान हो चुका है और अब सभी राजनीतिक दलों का फोकस 14 फरवरी को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव पर है। इस चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर वोट जाएंगे। इसमें कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
दूसरे चरण में जहां योगी सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना, गुलाबो देवी और बलदेव सिंह औलख चुनाव मैदान में हैं तो समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान, पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी, कमाल अख्तर और महबूब अली जैसे कद्दावर नेता हैं। दूसरे चरण में 8 विधानसभा सीटें आरक्षित श्रेणी में हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी, जबकि एक सीट एसपी के खाते में गई थी।
शाहजहांपुर की सदर सीट से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना चुनाव मैदान में हैं, जिनकी टक्कर समाजवादी पार्टी के तनवीर खान से है। रामपुर सदर सीट से समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान चुनाव मैदान में हैं, जो सीतापुर जेल में बंद हैं और जेल से चुनाव लड़ रहे हैं। आंवला विधानसभा सीट पर बीजेपी सरकार में मंत्री रहे धर्मपाल सिंह चुनाव मैदान में हैं। धर्मपाल सिंह का सामना समाजवादी पार्टी के राधाकृष्ण शर्मा, बहुजन समाज पार्टी के लक्ष्मण प्रसाद और कांग्रेस के ओमवीर यादव से है जिससे यह सीट भी हॉट सीट में बदल गई है।
अमरोहा सीट पर समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री महबूब अली को एक बार फिर अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने राम सिंह सैनी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी से नावेद चुनाव मैदान में हैं। बिलासपुर विधानसभा से योगी सरकार से एकमात्र सिख मंत्री बलदेव सिंह औलख चुनाव मैदान में हैं। 2017 में इन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी को हराकर जीत हासिल की थी। इस सीट पर बलदेव सिंह औलख के सामने समाजवादी पार्टी के अमरजीत सिंह, बहुजन समाज पार्टी के रामअवतार कश्यप और कांग्रेस के संजय कपूर चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। संभल की चंदौसी सीट से योगी सरकार में मंत्री गुलाबो देवी एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं, जिनकी टक्कर कांग्रेस के मिथिलेश, समाजवादी पार्टी के विमलेश और बहुजन समाज पार्टी के रणविजय सिंह से है।
दूसरे चरण के चुनाव मे नौ जिलों सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली और शाहजहांपुर की 55 विधानसभाओं में होने वाले मतदान मे कुल 586 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें सबसे अधिक 15-15 उम्मीदवार कांठ, बरेली कैंट और शाहजहांपुर में है।