पुलिस ने बताया कि शुक्रावार को कुछ लोगों की गांव के एक मतदान बूथ पर एक कथित फर्जी मतदाता से झड़प हुई जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने बताया कि लोगों के बीच बहस संघर्ष में बदल गई और पथराव होने लगा। इस पथराव में पुलिस कांस्टेबल निशांत और होम गार्ड जवान ईश्वर सिंह सहित 10 अन्य जख्मी हो गए।
उन्होंने यह भी बताया कि इस बाबत एक मामला दर्ज कर छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर शामली जिले के गांव देवपुरा में ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर अपने गांव में मतदान केंद्र बनाने की मांग की है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट भरत पंडित ने बताया कि जिला प्रशासन ने ग्रामीणों पर मतदान में भाग लेने के लिए मनाने की कोशिशें की लेकिन इसका नतीजा नहीं निकल सका। ग्रामीणों ने मतदान केंद्र पर जाने से इंकार कर दिया। वे पूर्व में पड़ोस के जगदीशपुर गांव जाकर मतदान करते रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यह मतदान केंद्र काफी दूर है।
गाजियाबाद में ग्राम पंचायत के पहले चरण में 65 प्रतिशत मतदान हुआ। जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा ने बताया कि सही कार्य न करने पर ग्राम पंचायत अधिकारी लोनी को निलंबित कर दिया है। वहीं निर्धारित फीस से अधिक शुल्क वसूलने पर जिला पंचायत में तैनात वरिष्ठ लिपिक सेंसर पाल, टैक्स लिपिक जितेन्द्र व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रमोद को भी निलंबित कर दिया गया।
हरदोई से खबर है कि पंचायत चुनाव का प्रथम चरण संपन्न कराकर लौट रही पोलिंग पार्टी की एक बस के बेकाबू होकर पलट जाने से उस पर सवार दो मतदानकर्मियों की मौत हो गई और 25 अन्य जख्मी हो गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिले में कल मल्लावां के एक बूथ से प्रथम चरण का पंचायत चुनाव करवाकर रात को हरदोई वापस लौट रहे मतदानकर्मियों की एक बस माधवगंज थाना क्षेत्रा के शेखवापुर गांव के पास अनियंत्रित होकर नाले में जा पलट गई। उन्होंने बताया कि इस हादसे में पोलिंग पार्टी में शामिल ग्राम चौकीदार शफी अहमद (45) और अनीस (42) की मौके पर मौत हो गई। शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है।