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उप्र: घोसी विधानसभा उपचुनाव में पूर्वाह्न 11 बजे तक 21,57 फीसदी मतदान, सपा ने धांधली के आरोप लगाए

उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के तहत मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 21.57 फीसदी मतदान दर्ज किया...
उप्र: घोसी विधानसभा उपचुनाव में पूर्वाह्न 11 बजे तक 21,57 फीसदी मतदान, सपा ने धांधली के आरोप लगाए

उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के तहत मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 21.57 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। वहीं, मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने उपचुनाव में व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की।

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि घोसी उपचुनाव के लिए मतदान मंगलवार सुबह सात बजे शुरू हो गया और वोट शाम छह बजे तक पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मतदेय स्थलों पर जो मतदाता शाम छह बजे उपस्थित रहेंगे, वे भी वोट डाल सकेंगे। रिणवा ने बताया कि पूर्वाह्न 11 बजे तक घोसी में औसतन 21.57 प्रतिशत वोट पड़े।

रिणवा के मुताबिक, घोसी उपचुनाव के लिए 239 मतदान केंद्र और कुल 455 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस उपचुनाव में 4.30 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिनमें 2.31 लाख पुरुष, 1.99 लाख महिलाएं और नौ अन्य शामिल हैं। घोसी उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।

इस बीच, सपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अरविंद कुमार सिंह ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि घोसी विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 147 (मोहम्मदिया मदरसा, बड़ागांव, करीमुद्दीनपुर) पर मतदान अधिकारी मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोक रहे हैं।

सिंह ने दावा किया कि मतदाता सूची में नाम होने के बावजूद मुस्लिम मतदाताओं को यह कहकर लौटाया जा रहा है कि उनका वोट पड़ चुका है।

पत्र में सिंह ने कहा है कि जब मतदाता इसका प्रतिरोध कर रहे हैं, तब पुलिस और मतदान अधिकारी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर अपशब्दों का प्रयोग कर उन्हें वहां से भगा रहे हैं।

सपा नेता ने कहा कि किसी भी मतदाता को मताधिकार के इस्तेमाल से वंचित करना एक आपराधिक कृत्य है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बूथ संख्या 60 पर दौलतपुर के ग्राम प्रधान रविंद्र नाथ और बूथ संख्या 419 पर पोलिंग एजेंट धर्मेंद्र यादव को पुलिस पकड़ ले गई है और उन पर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का दबाव बना रही है।

सिंह ने आयोग से इन घटनाओं का संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी रिणवा ने बताया कि मतदान पर करीबी नजर रखने के लिए आयोग ने एक सामान्य प्रेक्षक, एक व्यय प्रेक्षक और एक पुलिस प्रेक्षक भी तैनात किया है। इसके अलावा, 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट, दो जोनल मजिस्ट्रेट और 110 माइक्रो पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की गई है।

रिणवा के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि मतदान के पर्यवेक्षण के लिए मतदेय स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया जाएगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती की गई है और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को दी गई है।

इस उपचुनाव को उत्तर प्रदेश में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी दलों के गठजोड़ ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के बीच पहली चुनावी भिड़ंत के तौर पर देखा जा रहा है।

घोसी विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव राज्य में विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के गठन और पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रभावशाली मानी जाने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राजग में शामिल होने के बाद हो रहा पहला चुनाव है।

 

घोसी से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता दारा सिंह चौहान के गत जुलाई में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे देने और भाजपा में शामिल होने के बाद इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।

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