पश्चिम बंगाल में आज विधानसभा चुनाव के छठे और आखिरी चरण में शाम 6 बजे मतदान खत्म होने तक 84.24 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण में आजादी के बाद से पहली बार कूच बिहार की कुछ सीमाई बस्तियों के 9,776 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ऐसा पिछले साल इन बस्तियों के भारतीय क्षेत्र में औपचारिक रूप से शामिल होने की वजह से संभव हुआ। इन मतदाताओं में 103 साल के असगर अली शामिल हैं जो तीन पीढ़ियों वाले अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहली बार मतदान करने आए थे।
राज्य की 25 विधानसभा क्षेत्रों में आज शाम छह बजे तक 6,774 मतदान केंद्रों में मतदान हुआ। इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या 58 लाख से अधिक है। इन सीटों के लिए कुल 170 उम्मीदवार खड़े हैं जिनमें 18 महिलाएं भी हैं। चुनाव आयोग ने बिना किसी बाधा के शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए केंद्रीय बलों की 361 कंपनियां तैनात की थीं। उनकी मदद में राज्य पुलिस के 12,000 कर्मियों को भी लगाया गया था। मतदान में लोगों के किसी भी प्रकार के गैरकानूनी जमावड़े को रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी।
मतदान के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूर्वी मेदिनीपुर जिले के मोयना विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 236 के पास हथियारों के साथ जमा होने और बूथ संख्या 14, 107 और 249 को अवरूद्ध करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ चुनाव आयोग में एक शिकायत दर्ज कराई है। मोयना निर्वाचन क्षेत्र के गोबरा इलाके में बूथ संख्या 231 के पास मतदाताओं को भोजन बांटने के आरोप में सुरक्षाकर्मियों ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस एवं कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं के दो समूह मतदाताओं के बीच कथित रूप से भोजन बांट रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने उनका पीछा किया, उनमें से अधिकतर भागने में सफल रहे लेकिन पांच को पकड़ लिया गया।
माकपा ने दावा किया कि वह नंदीग्राम के कम से कम 52 मतदान केंद्रों में चुनाव एजेंट नियुक्त नहीं कर पाई। कूचबिहार जिले के नाटाबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल और माकपा दोनों ने शिकायत दर्ज कराई है। माकपा के प्रदेश सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, नाटाबाड़ी के तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सरेआम मतदान अधिकारी को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं। अलग-थलग होने की हताशा इतनी ज्यादा है। पूर्वी मेदिनीपुर के हल्दिया के रामनगर निर्वाचन क्षेत्र के शंकरपुर इलाके में एक माकपा समर्थक के घर पर हमला किया गया। पूर्वी मेदिनीपुर जिले के तामलुक में माकपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं आलोक बर्मन और अशोक बर्मन को पीटा। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।