एंटनी ने तिरुअनंतपुरम में एक मतदान केंद्र में मतदान के बाद संवाददाताओं से कहा, मोदी ने केरल की तुलना उस सोमालिया से की, जो भूख से लोगों की मौतों और समुद्री डकैतों के लिए कुख्यात है। केरलवासियों के सम्मान को ठेस पहुंची है।
पूर्व रक्षामंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री के पास इस टिप्पणी के लिए माफी मांगने का मौका था लेकिन उन्होंने ऐसा किया नहीं। एंटनी ने कहा कि यह टिप्पणी भाजपा की संभावनाओं पर असर डालेगी। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने राज्य के कुछ आदिवासी इलाकों में नवजात बच्चों की मौत की तुलना सोमालिया से की थी। हालांकि भाजपा ने प्रधानमंत्री का बचाव करते हुए कहा कि लोग तथ्यों को तोड़-मरोड़ रहे हैं, पीएम ने सिर्फ राज्य के आदिवासी समुदाय के दुख को रेखांकित किया था। उनकी इच्छा इन लोगों के जीने की स्थितियों में सुधार करने की थी।
एंटनी ने यह विश्वास जताया कि केरल यूडीएफ सरकार को एक बार फिर सत्ता में लाकर इतिहास रचेगा। उन्होंने कहा कि मार्क्सवादी नेतृत्व वाले एलडीएफ को अगले पांच साल तक विपक्ष में बैठना होगा और भाजपा का खाता भी नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में हिंसा और सांप्रदायिकता की राजनीतिक के खिलाफ और शांति के पक्ष में मतदान होगा।