बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को पिछड़ा वर्ग जाति जनगणना को लेकर केंद्र को घेरा है। मायावती ने केंद्र सरकार के हलफनामे का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा की ओबीसी राजनीति का पर्दाफाश हुआ है।
मायावती की प्रतिक्रिया तब आई है जब केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पिछड़े वर्गों की जाति जनगणना "प्रशासनिक रूप से कठिन और बोझिल" है और इस तरह की जानकारी को जनगणना के दायरे से बाहर करना एक "सचेत नीति निर्णय" है।
बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट किया, 'केन्द्र सरकार द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके पिछड़े वर्गों की जातीय जनगणना कराने से साफ तौर पर इन्कार कर देना यह अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय, जो भाजपा के चुनावी स्वार्थ की ओबीसी राजनीति का पर्दाफाश व इनकी कथनी व करनी में अन्तर को उजागर करता है। सजगता जरूरी।'
मायावती ने आगे लिखा, "एससी व एसटी की तरह ही ओबीसी वर्ग की भी जातीय जनगणना कराने की माँग पूरे देश में काफी जोर पकड़ चुकी है, लेकिन केन्द्र का इससे साफ इन्कार पूरे समाज को उसी प्रकार से दुःखी व इनके भविष्य को आघात पहुँचाने वाला है जैसे नौकरियों में इनके बैकलॉग को न भरने से लगातार हो रहा है।"