आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता से मुलाकात की और कहा कि मुख्यमंत्री को जेल से ही सरकार चलानी चाहिए और इस्तीफा नहीं देना चाहिए।
केजरीवाल को अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले महीने गिरफ्तार किया था। वह 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।
विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से कहा कि दिल्ली की 2 करोड़ जनता केजरीवाल जी के साथ खड़ी है। किसी भी कीमत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए। वो जेल से ही दिल्ली की सरकार चलाएं। जानकारी के अनुसार, कल पार्टी के 55 विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की थी. जबकि 4 विधायक दिल्ली से बाहर हैं।
सुनीता केजरीवाल और दिल्ली के सीएम पद को लेकर चल रही अटकलों पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा सोचती है कि हमें मुख्यमंत्री की सीट उन्हें दे देनी चाहिए। हम उन्हें नहीं देंगे। वे चिंतित हो सकते हैं, लेकिन चीजें इसी तरह से होंगी।
#WATCH | Delhi: On speculations around Sunita Kejriwal and Delhi CM post, AAP leader Saurabh Bharadwaj says, "BJP thinks that we should give the CM seat to them. We will not give it to them... They might be anxious, but things will go on like this." pic.twitter.com/yvsG69jBsc
— ANI (@ANI) April 2, 2024
आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने आज प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बीजेपी पर काफी गंभीर आरोप लगाए हैं। आतिशी ने कहा मेरे करीबियों के द्वारा बीजेपी की तरफ से मुझे अप्रोच किया गया और कहा गया बीजेपी ज्वाइन कर लो वरना आनेवाले 1 महीने के अंदर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मेरे घर पर रेड करेगी और मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बीजेपी का इरादा है कि आनेवाले 2 महीने के अंदर मुझे, सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने जानबूझकर आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज का नाम शराब घोटाले में लिया है। पार्टी के अनुसार, यह सुनीता केजरीवाल का राजनीतिक रास्ता साफ करने की कोशिश है।
दरअसल, आज हुई अदालत की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने यह दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने यह माना है कि विजय नायर सीधे तौर पर उन्हें नहीं, बल्कि उनकी पार्टी के दो नेता आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था। ऐसे में यदि यह साबित हो जाता है कि विजय नायर सीधे तौर पर केजरीवाल से नहीं, बल्कि आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज से बातचीत करता था, तो मामलों की जांच इन्हीं दोनों नेताओं की ओर मुड़ जाएगी। इससे अरविंद केजरीवाल को क्लीन चिट भले न मिले, लेकिन आम आदमी पार्टी के इन दो नेताओं से पूछताछ होने की संभावना अवश्य बढ़ जाएगी।