समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए दो उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी की है। इसमें गोरखपुर और कानपुर सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। गठबंधन से अलग हुए निषाद पार्टी के बाद सपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में रामभुआल निषाद को टिकट देकर बड़ा दाव चला है। वहीं, कानपुर से सपा ने रामकुमार को उम्मीदवार बनाया है।
सपा और बसपा इस बार चुनावी मैदान में एक साथ हैं। ऐसे में इस गठबंधन की तरफ से गोरखपुर सीट पर अब निषाद की उम्मीदवारी तय हो गई है लेकिन भाजपा और कांग्रेस की तरफ से अभी इस सीट पर कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है।
इससे पहले सपा को झटका देते हुए निषाद पार्टी शुक्रवार रात अचानक गठबंधन से अलग हो गयी थी। इसके बाद निषाद पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। माना जा रहा है कि निषाद पार्टी राजग में शामिल हो सकती है।
निषाद चेहरे पर ही गठबंधन ने चला दांव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माने जाने वाली गोरखपुर सीट पर पिछले वर्ष हुए उपचुनाव में निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को उम्मीदवार बनाया था। प्रवीण निषाद ने इस सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया था। अब पार्टी ने फिर एक 'निषाद' चेहरे पर ही दांव चला है। इस बार प्रवीण की जगह रामभुआल निषाद मैदान में होंगे। वहीं, उपचुनाव की करारी हार के बाद भाजपा के लिए अपने गढ़ पर एक बार फिर कब्जा करने की चुनौती होगी।
श्रीप्रकाश जायसवाल के सामने रामकुमार मैदान में
वहीं, कानपुर से सपा ने रामकुमार को उतारा है। उनके सामने भाजपा से सत्यदेव पचौरी और कांग्रेस से श्रीप्रकाश जायसवाल मैदान में हैं। इससे यहां भी दिलचस्प मुकाबला है।
कहा जाता है कि दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है। यही वजह है कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर सभी पार्टियां सोच विचार कर जीतने वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतार रही हैं।