कांग्रेस के 136वें स्थापना दिवस के मौके पर अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधॉ मुख्यालय में आयोजित समारोह में शामिल नहीं हुए। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी निजी यात्रा पर एक दिन पहले ही विदेश रवाना हो चुके हैं। गांधी परिवार की तरफ से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी जरूर स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुईं। एके एंटनी आज अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं और मुख्यालय में पार्टी का झंडा उन्होंने ही फहराया। आमतौर पर कांग्रेस अध्यक्ष ध्वजारोहण करते हैं।
इस मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा भी कार्यक्रम में शामिल हुए जिन्हें पिछले दिनों पार्टी में सुधार की बात कहते हुए पत्र लिखा था तथा राजस्थान सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सचिन पायलट ने भी शिरकत की। जहां सोनिया गांधी सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत करने से बचती रही हैं, वहीं राहुल गांधी रविवार को ही विदेश दौरे पर गए। हालांकि कांग्रेस ने यह उनका निजी विदेशी दौरा बताया।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए, प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए और आंदोलन को "राजनीतिक साजिश" के रूप में नहीं देखना चाहिए। तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं।
उन्होंने कहा, "यह कहना कि यह एक राजनीतिक साजिश है, गलत है। मुझे लगता है कि किसानों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे शब्द पाप हैं। सरकार किसानों के लिए जवाबदेह है और सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए और कानून वापस लेना चाहिए।" उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवान किसानों के पुत्र हैं और सरकार को यह समझना चाहिए कि किसान देश के 'अन्नदाता' हैं। उन्होंने राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर सवालों के जवाब नहीं दिए।