समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीबीआई में मचे घमासान पर कहा कि जिस संस्था के नाम पर लोगों को डराया जाता था, उससे सरकार डर गई। सरकार के तोते उड़ गए हैं। किसी भी सरकार को संस्थाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। देश की एक-एक संस्थाओं पर प्रश्न चिह्न लग रहा है। सरकारों ने सीबीआई का गलत इस्तेमाल किया है। हमें भी डराया गया, हम भी सीबीआई क्लब में थे, पर हम साफ सुथरे निकल गए। हमसे कहा गया,नदी किनारे मत दिखना, हम तो गये ही नहीं नदी किनारे।
यह बातें उन्होंने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने रफेल डील पर कहा कि अगर सवाल उठे हैं तो भाजपा को सच्चाई के साथ सामने आना चाहिए। जिसका दामन ज्यादा साफ होता है, उस पर छीटें ज्यादा दिखाई देते हैं। इस मामले में सपा ने जेपीसी की मांग की है। पता चला है कि रफेल पहले दो पायलेट से चलने वाला था, अब उसे एक पायलट वाला बना दिया है। इसका जवाब कौन देगा? पार्टी के एक विधायक (शिवपाल यादव) के नई पार्टी बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा ऐसा कोई ऐसा कार्य नहीं करेगी, जिससे अन्याय दिखाई दे।
उन्होंने इंवेस्टर्स मीट पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना इंफ्रास्ट्रक्चर के कोई निवेश नहीं हो सकता। प्रदेश सरकार ने सभी विकास के काम रोक दिए, मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, सड़क सभी के काम रोक दिए गए, अयोध्या दीवाली में लाइट घोटाला हुआ अब हम सीबीआई जांच की भी मांग नहीं कर सकते, अब सिर्फ समाजवादी जांच ही न्याय कर सकती है। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में कुम्भ होने जा रहा है और लखनऊ में किसान कुम्भ कर रहे हैं, बीजेपी के लोग झूठ बोलने में परफेक्ट हैं, अर्धकुम्भ को कुम्भ बोल रहे हैं, किसानों के लिए भी झूठ बोल रहे हैं कहते हैं, जमीन सोना उगल रहा है, जबकि किसान तो सो भी नहीं पा रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ती जा रही है, रुपया गिर रहा है, डॉलर बढ़ रहा है । बैंक घाटे में जा रहे हैं। नोटबन्दी करके देश की खुशहाली रोकने का काम किया सरकार ने। उन्होंने कहा कि सीएम बोलते हैं हनुमान चालीसा पढ़ दो, बंदर भाग जाएंगे, जबकि हनुमान चालीसा से बंदर भागेंगे नहीं आ जाएंगे। इस मौके पर समाजवादी छात्रसभा की बैठक को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सभी निर्वाचित छात्र संघ पदाधिकारियों को बधाई दी।