कांग्रेस ने देश में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओँ पर मोदी सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा है कि भीड़ को भेड़िया बनने की प्रक्रिया पर प्रतिबंध नहीं लगाने की प्रवृत्ति इस देश के लिये काफी खतरनाक है। हम किस तरह का देश चाहते हैं? देश में क्या होना चाहिए।
सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने देश के लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की हालिया घटनाओं को लेकर 'लिंचिंग मूवमेंट' करार दिया। इससे पहले ऐसे मूवमेंट के बारे में कभी नहीं सुना। जब सामाजिक असंतुलन होता है। जब मतभेद और मनभेद का वातावरण बनाया जाता है तब हमेशा गरीब लोग ही उसके दुष्परिणाम का शिकार होते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या नफरत, अराजकता और जंगलराज ही मोदी जी का नया भारत है?
सिंघवी ने कहा, 'गांधी जी ने कहा था कि असहिष्णुता एक तरह की हिंसा है और विकास के रास्ते की बाधक है।' उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में असहिष्णुता का नया लाइसेंस जारी कर दिया गया है। नफरत, हिंसा और अविश्वास का माहौल हावी हो गया है। ऐसा स्वंतत्र भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 'एक महीने में करीब 28 लिंचिंग की घटनाएं हुई हैं। यानी हर रोज एक लिंचिंग की घटना हो रही है। क्या कभी भारत ऐसा था? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हापुड़, महाराष्ट्र के धुले झारखंड, गुजरात,त्रिपुरा और राजस्थान में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं हो रही हैं क्योंकि विभाजनकारी और अविश्वास का माहौल तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि कड़ी कानूनी कार्रवाई और सरकार की नीतियों में सुधार करके इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जानी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एफडीआई चार सालों के निचले स्तर पर है। नौकरियों के अवसर पर दूर-दूर तक नहीं दिखते। निर्यात पिछले चार सालों में न्यूनतम स्तर पर है। सरकार ने जुमले और झूठे आश्वासन देकर अर्थव्यवस्था का सत्यानाश कर दिया। नीरव मोदी मामले में सात महीने ढिंढोरा पीटने के बाद अब रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया है?