हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अशोक तंवर ने पांच करोड़ रुपये में टिकट बेचे जाने का आरोप भी लगाया था।
तंवर ने अपने इस्तीफे की घोषणा ट्वीटर पर की और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित चार पन्ना का इस्तीफा पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने राजनीतिक विरोधियों के कारण नहीं बल्कि गंभीर आंतरिक विरोधाभास के कारण अस्तित्व के संकटों से गुजर रही है। गुरुवार को उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से इस्तीफा दे दिया था तथा कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने पत्र में कहा गया है, "कई महीनों के विचार के बाद, मैंने अपना इस्तीफा कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दिया, जिसे मैंने अपने पसीने और खून से पोषित किया था। मेरी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि उस व्यवस्था के खिलाफ है जिससे पुरानी पार्टी नष्ट हो रही है।"उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लंबे विचार-विमर्श के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है।
लगाया था टिकट बेचने का आरोप
तंवर ने बुधवार को दिल्ली में समर्थकों के साथ पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास पर धरना दिया था। उन्होंने टिकट बंटवारे में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी नेतृत्व उन लोगों को टिकट दे रहा है जो पार्टी की आलोचना करते रहे हैं और हाल में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। उन्होंने गुरुग्राम की सोहना विधानसभा सीट पांच करोड़ रुपये में बेचने का आरोप भी लगाया था।