आंधप्रदेश विधानसभा चुनाव में पीठापुरम सीट पर ट्रांसजेंडर प्रत्याशी तमन्ना सिम्हाद्री का लक्ष्य यहां ब्राह्मण बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए वैदिक स्कूल की स्थापना करने के अलावा इस शहर को राष्ट्रीय स्तर पर आध्यात्मिक केंद्र के रूप में तब्दील करना है।
भारतीय चैतन्य युवाजन पार्टी से प्रत्याशी तमन्ना की उम्मीदवारी ने इस निर्वाचन क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य को पेचीदा बना दिया है क्योंकि उन्होंने अपने विरोधियों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी एवं जनसेना के संस्थापक पवन कल्याण एवं वाईएसआर कांग्रेस की वंगा गीता के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
तमन्ना ने 2019 में मॉडलिंग छोड़कर राजनीति में कदम रखा और आंध्रप्रदेश में चुनाव लड़ने वाली पहली ट्रांसजेंडर बनीं। उन्होंने तब मंगलगिरि से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें पराजय मिली थी।
तमन्ना ‘बिग बॉस’ के तेलुगु संस्करण में हिस्सा लेकर सुर्खियों में आयी थीं। यह इस कार्यक्रम का तीसरा संस्करण था जो तेलुगु टीवी चैनलों पर प्रसारित हुआ था।
जब तमन्ना से पूछा गया कि क्या वह इतने ताकतवर नेताओं को चुनौती दे पायेंगी तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे चुनाव लड़ने के लिए करोड़ों रुपये क्यों चाहिए? मुझे घूमने के लिए हेलीकॉप्टर की जरूरत नहीं है। मैं पैसे बांटकर वोट नहीं खरीदती। मेरा दृष्टिकोण बहुत साफ़ है। मैं घर-घर जाकर प्रचार करूंगी। लोग मेरा आदर कर रहे हैं।’’
तमन्ना के चुनाव हलफनामे के अनुसार उनके पास साढ़े सात लाख रुपये की चल संपत्ति है जिनमें स्वर्णाभूषण भी हैं। उनके इंस्टाग्राम पेज के 40000 से अधिक ‘फॉलोवर्स’ हैं। उनका फेसबुक और यूट्यूब एकाउंट भी है जहां बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि मैं जीत जाती हूं तो मैं पीठापुरम को राष्ट्रीय स्तर पर आध्यात्मिक केंद्र में बदलना चाहती हूं। मैं वैदिक विद्यालय स्थापित कर ब्राह्मण बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना चाहती हूं । मैं यह भी सुनिश्चित करना चाहती हूं कि सरकार एक आध्यात्मिक केंद्र के वास्ते 20 एकड़ जमीन दे।’’
वह इस क्षेत्र में एक सिंचाई परियोजना भी क्रियान्वित होते हुए देखना चाहेंगी ताकि साल में दो फसलों की गांरटी सुनिश्चित हो।