कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली की एक चुनावी सभा में भाजपा और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों समाज में नफरत फैलाना चाहती हैं लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं करती। उन्होंने केंद्र सरकार पर रोजगार के मुद्दे पर भी हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने रोजगार का वादा किया था लेकिन पूरा नहीं हुआ।
राहुल गांधी कहा कि नफरत हमारे इतिहास में नहीं है, हमारा प्यार का देश है लेकिन भाजपा धर्म की बात करती है जबकि कोई भी धर्म हिंसा की बात नहीं करता। मोदी और आरएसएस का यह कैसा "हिंदू धर्म" है। हिंदू धर्म सबको साथ लेकर चलने की बात करता है। राहुल गांधी ने कहा कि यह मोदी की सरकार नहीं, अडानी-अंबानी की सरकार है। यह सरकार केवल 15 अमीर लोगों को ही फायदा पहुंचा रही है।
रोजगार का वादा पूरा नहीं किया
रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि देश का युवा बेरोजगार है। पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है और चीन के सामने भारत को खड़ा होते देखना चाहती है लेकिन मोदी सरकार में लोगों को रोजगार देने का दम नहीं है। विश्वविद्यालयों, कॉलेजों से स्नातक होने वालों को डर लगता है कि उन्हें नौकरी मिलेगी या नहीं, यह आपके पीएम और सीएम की गलती है। मोदी ने कहा था कि वह दो करोड़ रोजगार देंगे। उन्होंने इसके लिए क्या किया, केजरीवाल ने बेरोजगारी से निपटने के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यह कहने को तैयार नहीं कि कितने युवाओं को रोजगार मिला।
दिल्ली में शीला सरकार में हुए काम
उन्होंने भाजपा और दिल्ली की आप सरकार पर जनता के पैसे से अपनी मार्केटिंग करने का आरोप लगाया। ये लोग आपकी जेब से पैसा निकालकर अपनी मार्केटिंग करते हैं। भाजपा और आप सिर्फ झूठ फैला रही हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो विकास हुआ, कांग्रेस के शासन में हुआ। मेट्रो और फ्लाईओवर दिल्ली की शीला सरकार ने बनवाए। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर राज्य उद्यमों को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ताजमहल भी बेच सकते हैं।