मोर्चा के अध्यक्ष एस पी एस बघेल समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा कि मोर्चा बिहार से अपना संघर्ष शुरू करेगा और इसे जीतना उसका पहला लक्ष्य होगा। ओबीसी की राज्य की कुल आबादी में 40 से 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है और उसकी पारंपरिक रूप से सत्ता पर पकड़ रही है। बघेल ने कहा, बिहार में हमारा पहला राज्य मोर्चा होगा।
बघेल के मुताबिक बिहार और उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए दो बड़ी चुनौतियां है। चूंकि बिहार में चुनाव होने वाला है इसलिए हमारा सारा फोकस उस पर है। बघेल ने कहा कि जल्द ही राष्ट्रीय कार्यकारणी बनायी जाएगी और मोर्चा के राष्टीय कार्यकारणी में राज्य को उसका प्रतिनिधित्व मिलेगा। ओबीसी में प्रभावशाली जातियां यादव और कुर्मी आम तौर पर क्रमश: राजद के लालू प्रसाद और जदयू के नीतीश कुमार का समर्थन करती है। भाजपा राजद के वोट बैंक यादवों में सेंध लगाने के साथ ही लगातार छोटे समूहों को लुभाने के लिए काम कर रही है।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि ओबीसी मोर्चा छोटे समूहों को गोलबंद करने में मददगार होगा और उत्तरप्रदेश से तीन बार सांसद रहे बघेल एेसे समूहों को जोड़ने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।