हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तीन निर्दलीय विधायकों के राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन वाली सरकार से समर्थन वापस लेने के एक दिन बाद बुधवार को कहा कि उनकी सरकार संकट में नहीं है और मजबूती से काम कर रही है।
निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी) ने मंगलवार को भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया और घोषणा की कि वे कांग्रेस का समर्थन करेंगे जिससे राज्य विधानसभा में सैनी सरकार अल्पमत में आ गयी है।
सैनी ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बारे में पूछे जाने पर सिरसा में पत्रकारों से कहा, सरकार किसी संकट में नहीं है, वह मजबूती से काम कर रही है।’’
बता दें कि सैनी सिरसा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अशोक तंवर के लिए प्रचार कर रहे थे। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 88 है। सरकार के पास बहुमत से दो विधायक कम हैं। वर्तमान में भाजपा नीत सरकार को दो अन्य निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है।