मायावती ने दक्षिण भारतीय राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु एवं केरल के बसपा पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी राज्य सरकारें राजनीति विद्वेष और संकीर्ण जातिगत भावना के साथ काम करके विरोधी पार्टियों को लगातार निशाना बना रही हैं और इस क्रम में सरकारी मशीनरी का खुले तौर पर दुरूपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर दक्षिण भारत के राज्यों के लोगों में भी काफी आशंकाएं हैं। उच्चतम न्यायालय में यह मामला आ जाने से इस समस्या का कोई उचित और संतोषजनक समाधान निकलेगा।
मायावती ने कहा कि समाज के गरीब, शोषित और पिछड़े वर्ग की सही मायने में सरकार ने सुध लेना छोड़ दिया है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का नाम वोट की राजनीति और स्वार्थ के कारण भाजपा भी आजकल लेने लगी है लेकिन सरकारी संरक्षण में उनके अनुयायियों को विभिन्न प्रकार से शोषण, उपेक्षा और तिरस्कार तथा हर स्तर पर जुल्म ज्यादती और अन्याय का शिकार बनाया जा रहा है। भाषा