हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह ने भाजपा पर आदित्यनाथ की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, हमारे संस्था के सस्थापक का अपमान किया गया है। आदित्यनाथ ने और वाहिनी इसे बुल्कुल सहन नहीं करेगी। उन्होने दस उम्मीदवारों की सूची भाजपा को सौपी थी लेकिन उनमें से सिर्फ दो लोगों को टिकद दिया गया। कार्यकर्ता नाराज हैं। गोरखपुर के मतदाताओं को पिछली बार यह विश्वास दिलाया गया था कि वो अपना मत देकर न सिर्फ सांसद बल्कि एक केंद्रीय मंत्री को भी चुनेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हिन्दू युवा वाहिनी ने उम्मीदवार उतारने से पहले आदित्यनाथ से इसकी चर्चा नहीं की। इस बात का खुलासा करते हुए सुनील ने कहा, भाजपा पर अब भी वो विश्वास करते हैं लेकिन हमने अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा के खिलाफ मतदान करने के लिए कहा है।
एक तरफ युवा वाहिनी आदित्यानाथ से साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर भाजपा का विरोध कर रही है दूसरी तरफ आदित्यनाथ ने इस मामले पर चुप्पी साध रही है हालांकि उन्होंने इसे गैर राजनीतिक संस्था करार दिया लेकिन उम्मीदवारों की सूची जारी करने पर कुछ नहीं कहा। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा गर्म है कि योगी आदित्यनाथ अपनी इस संस्था का इस्तेमाल करके भाजपा पर दबाव बनाना चाहते हैं।