भीमा कोरेगांव हिंसा मामले को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर विपक्ष के हमले झेल रही भाजपा शुक्रवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद फ्रंटफुट पर है। नजरबंद कार्यकर्ताओं को शीर्ष अदालत से राहत नहीं मिलने के बाद भाजपा ने जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर हमला बोला, वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट के सहारे ही उन पर तंज कसा है।
अमित शाह ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मूर्खता के लिए केवल एक ही जगह है और उसे कांग्रेस कहते हैं। शाह ने ट्वीट किया, 'भारत के टुकड़े-टुकड़े गैंग, माओवादियों, फेक एक्टिविस्टों और भ्रष्ट लोगों का समर्थन करो। जो ईमानदार हैं और काम कर रहे हैं, उन सभी को बदनाम करो। राहुल गांधी की कांग्रेस का स्वागत है।'
दरअसल, नक्सल कनेक्शन को लेकर पांच ऐक्टिविस्ट्स को नजरबंद किए जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा था कि भारत में केवल एक एनजीओ के लिए जगह है और उसे आरएसएस कहते हैं।
राहुल ने कहा था, 'सभी NGOs को बंद कर दो। सभी ऐक्टिविस्टों को जेल में डाल दीजिए और जो शिकायत करे उसे शूट कर दो।' अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अमित शाह ने उन्हीं (राहुल) के लहजे में जवाब दिया है।
इससे पहले भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि नक्सल लिंक में ऐक्टिविस्ट्स की गिरफ्तारी की वजह राजनीतिक असहमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस का एक ही मत था कि सरकार से असहमति जताने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को खारिज किया है। पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी गौतम नवलाखा के साथ खड़े हैं जो कश्मीर में जनमत संग्रह चाहते हैं और कश्मीर को भारत का एक अभिन्न हिस्सा नहीं मानते हैं।