2019 लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासी गठबंधनों के बीच सीट बंटवारे को लेकर रणनीतियां बननी शुरू हो गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पूरे देश का दौरा कर रहे हैं और सभी सहयोगियों से मुलाकात कर रहे हैं। इसी दौरान वे गुरुवार को बिहार दौरे पर हैं। अमित शाह ने यहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट की। दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक बातचीत चली। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में दोनों पार्टियों के प्रमुखों ने सीट बंटवारे पर बात की है। इस मुलाकात के दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद रहे।
बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को कुल 31 सीटों पर कामयाबी मिली थी। एनडीए की 31 सीटों में बीजेपी ने 22, लोजपा ने 6 और रालोसपा ने 3 सीटों पर जीत हासिल की। इस दौरान जेडीयू अकेले ही चुनावी मैदान में उतरी थी। इस दौरान जेडीयू को 40 सीटों में से सिर्फ 2 सीटों पर ही कामयाबी मिली थीं, लेकिन जेडीयू को ऐसी हालात में भी 16-17 प्रतिशत वोट मिले।
अब जेडूयू की ओर से लगातार बयानबाजी की जाती रही है कि 2019 में सियासी हालात पहले की तरह नहीं होंगे। इसलिए उन्हें अधिक सीटें दी जाए। सियासी गलियारों में सुगबुगाहट है कि जदयू की ओर से दोनो पार्टियां के लिए 17-17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। पार्टी का कहना है कि बाकी की सीटें एलजेपी और आरएलएसपी को दे दी जाएं। बहरहाल बिहार का सियासी समीकरण शाह-नीतीश की मुलाकात के दौरान की गई चर्चा पर टिका दिखाई दे रहा है। दोनों नेता ही इस पहेली को सुलझा सकते हैं।