इससे एक बात साफ हो गई कि भाजपा का चुनावी एजेंडा हिन्दुत्व होगा। इस अवसर पर अमित शाह ने राष्ट्रवाद के मु्द्दे को लेकर विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा कि भाजपा हमेशा से अन्य राजनीतिक दलों से अलग एक राष्ट्रवादी पार्टी रही है, जिसने गोवध पर प्रतिबंध, रामजन्म भूमि मुक्ति, हैदराबाद और गोवा मुक्ति आंदालनों में हिस्सा लिया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी जेएनयू में जाकर राष्ट्रद्रोही नारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्राता का जामा पहनाने का प्रयास करते हैं।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि गांव-गांव जाकर लोगों से यह पूछा जाना चाहिए कि राहुल गांधी ने कथित तौर पर देशद्रोहियों का जो समर्थन किया वह कहां तक सही है। भाजपा अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के योगदान को सराहा वहीं राज्य सरकार को भी जमकर कोसा। शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी निशाना साधा।