गोरक्षकों के मुद्दे पर पीएम मोदी के बयान से उलट उन्होंने कहा कि मैं नहीं मानता कि 70 से 80 फीसदी लोग गोरक्षा के नाम पर उगाही करते हैं। उन्होंने कहा कि 95 फीसदी गो भक्त हैंं, जो गाय को मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं। हां यह बात सही है कि गोशालाओं में रखरखाव की उचित व्यवस्था नहीं है। इसकी व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने की जरूरत है।
हालांकि विधानसभा चुनावों में राम मंदिर के मुद्दा होने की बात से उन्होंने साफ इनकार किया। कटियार ने कहा कि हमारे लिए राम मंदिर का मुद्दा किनारे नहीं हुआ है, इसके लिए एक बार फिर से संगठन खड़ा करना होगा और आंदोलन करना होगा। यही नहीं कटियार ने पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा की ओर से भी राम मंदिर मुद्दे को समर्थन मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि कई बार गुलजारी लाल नंदा ने हिंदू सम्मेलनों में शिरकत की थी।
कटियार ने कहा कि मोरारजी देसाई भी राम मंदिर निर्माण चाहते थे और इसके लिए उन्होंने पोस्टकार्ड लिखा था। आजम खान और समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कटियार ने उन्हें जिन्ना के अजेंडे पर चलने वाला करार दिया।
भाजपा में दूसरे दलों के नेताओं को शामिल किए जाने के सवाल पर कटियार ने कहा कि क्या राम ने विभीषण को शामिल नहीं किया था। यदि हम विभीषण को शामिल नहीं करेंगे तो कौन बताएगा कि रावण की नाभि में अमृत है। उन्होंने कहा कि लोग हमारे दल में बिना बुलाए आ रहे हैं।