भाजपा से राज्य सभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक चौंकाते हुए कदम के तहत दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने की मांग की है। स्वामी ने राव को विकास पुरुष बताते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की मांग की। हालांकि अपनी मांग की वजह उन्होंने राव द्वारा देश की तरक्की के लिए किए गए बेमिसाल काम को बताया है। स्वामी ने माग की है कि आने वाले गणतंत्र दिवस से पहले सरकार को राव को भारत रत्न दे देना चाहिए। स्वामी ने इलाहाबाद मेंइंडियन पॉलिटिकल सेंटर द्वारा आयोजित सेमिनार में ये बातें कहीं। सेमिनार में उन्होंने राव के कामों की जमकर तारीफ की। साथ ही उन्होंने दिवंगत राव की पार्टी रही कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पार्टी ने नरसिम्हा राव के साथ इंसाफ नहीं किया। स्वामी ने कहा कि कांग्रेस ने राव के कामों का श्रेय उन्हें न देकर मनमोहन सिंह को दे दिया।
राव के प्रति स्वामी का प्रेम कोई नया नहीं है। इससे पहले भी वह कई बार कांग्रेस नेताओं और गांधी परिवार पर राव की तारीफ के बहाने निशाना साधते रहे हैं। वह अक्सर इस तरह का बयान देकर ऐसी चर्चाओं को हवा देते रहते हैं कि राव के साथ उनकी ही पार्टी कांग्रेस ने न्याय नहीं किया। राव और गांधी परिवार के बीच तल्खी की बातें पहले भी कई बार खबरें बन चुकी हैं। राव पर आधारित कई किताबों में राजीव गांधी की मौत के बाद गांधी परिवार के साथ कांग्रेस पार्टी के एक वर्ग और राव के बीच गहरी दूरी का दावा किया जाता रहा है। इन किताबों में तो यहां तक जिक्र है कि राव जब प्रधानमंत्री थे तो वह गांधी परिवार के साथ ही कई कांग्रेसी नेताओं पर खुफिया विभाग के जरिये नजर रखवाते थे। ऐसे में राव को लेकर स्वामी का प्रेम कहीं न कहीं उन्हें कांग्रेसी पहचान से अलगकर अपनी तरफ खड़ा करने की राजनीतिक कोशिश नजर आता है। बता दें कि स्वामी राव की सरकार में श्रम मानक एवं अंतरराष्ट्रीय व्यापार आयोग के अध्यक्ष थे, जो कैबिनेट मंत्री रैंक का पद था। राव का 23 दिसंबर 2004 को 83 साल की उम्र में निधन हो गया था।