मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर आयकर अधिकारियों के छापे के बाद अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपने घर और दफ्तर पर भी आयकर छापे की आशंका जताई है। उन्होंने आयकर विभाग की कार्रवाई पर चुनाव अभियान को प्रभावित करने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि हम छापे मारने वाली टीम का स्वागत करेंगे। चिदंबरम ने रविवार को आईटी की मैराथन रेड के बाद देर रात ट्वीट कर यह आशंका जताई है।
चिदंबरम ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव अभियान में रोड़ा अटकाने की मंशा से सरकार उनके आवास पर आयकर छापा डालने की सोच रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश के लोग सबकुछ देख रहे हैं और आगामी चुनाव में इसका माकूल जवाब देंगे।
‘मेरे पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है’
चिदंबरम ने सोमवार को ट्विटर पर कहा, 'मुझे बताया गया है कि आयकर विभाग चेन्नई और शिवगंगा में स्थित मेरे आवास पर छापे की तैयारी में है। हम छापे मारने वाली टीम का स्वागत करेंगे।' इसके साथ ही उन्होंने दावा किया, 'आयकर विभाग को पता है कि मेरे पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है। वे और दूसरी एजेंसियों ने पहले भी तलाशी ली हैं, जिसमें उन्हें कुछ नहीं मिला। उनकी मंशा बस चुनाव प्रचार में रोड़ा अटकाना है।'
बता दें कि पी चिदंबरम के बेटे के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है और पी चिदंबरम पर केंद्रीय मंत्री रहते हुए अपने बेटे की मदद करने का आरोप है। उनके बेटे को जेल भी जाना पड़ा है और उनके आवास पर पहले भी रेड हो चुकी है और उन्हें कोर्ट में पेश भी होना पड़ा है।
कांग्रेस ने बताया इसे बदले की कार्रवाई
दरअसल, कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद से ही यह मुद्दा गर्माया हुआ है। कांग्रेस ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है, वहीं बीजेपी का कहना है कि यह आयकर विभाग की कार्रवाई है और इन लोगों को अपने ठिकाने से मिले पैसों का हिसाब देना चाहिए।
कमलनाथ के करीबीयों के ठिकानों पर छापेमारी
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी, निजी सचिव और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रवीण कक्कड़ और सलाहकार राजेंद्र कुमार मिगलानी के ठिकानों पर आयकर अधिकारियों ने रविवार तड़के तीन बजे छापा मारा था, जो सोमवार सुबह खबर लिखे जाने तक जारी थी। आयकर अधिकारियों ने रविवार तड़के दिल्ली, भोपाल, इंदौर और गोवा स्थित 50 ठिकानों पर छापा मारा था।