मध्यप्रदेश के बाद अब कांग्रेस ने महाराष्ट्र के मुख्मंयत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ पालघर में आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। इसके खिलाफ राज्य कांग्रेस नई दिल्ली में चुनाव आयोग में मंगलवार को शिकायत करेगी। कांग्रेस का कहना है कि पालघर जिले में बीस मई को फडणवीस ने वसई-विरार महानगरपालिका क्षेत्र से हरित पट्टे के 29 गांवों को अलग करने की घोषणा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा ने पालघर लोकसभा उप-चुनाव में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया है। यह अनुसूचित जनजाति के लिए यह सीट मुंबई से लगी हुई है। 20 मई को मुख्यमंत्री फडणवीस की तरफ से खासतौर पर तीन बातों की घोषणा की गई जो सीधे तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। मुख्यमंत्री ने आदिवासियों का खावटी कर्ज माफ करने, पालघर में मेडिकल कॉलेज खोलने और वसई-विरार महानगरपालिका क्षेत्र से हरित पट्टे के 29 गांवों को अलग करने की घोषणा की थी। जो इस बारे में राज्य चुनाव आयोग में शिकायत दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पालघर सीट पर भाजपा के राजेंद्र गवित ने शिवसेना के श्रीनिवास को 29572 मतों के अंतर से हराया। गावित को 272782 मत मिले तो विपक्षी शिवसेना के श्रीनिवास को 243210 मत प्राप्त हुए। भाजपा सांसद चिंतामन के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव हुए थे। इस सीट पर माकपा के किरण राजा और कांग्रेस के पूर्व सांसद दामू सिंघाडा ने दांव लगाया था। शिवसेना ने इस सीट के लिए मतदाताओं को नकदी बांटने का आरोप भाजपा पर लगाया था।