शनिवार को कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी और शोभा ओझा ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता कर कहा कि क्या भाजपा सरकार आरएसएस एवं संबंधित समूहों के खिलाफ कार्यवाही करेगी, जिन्होंने कानून को ताक पर रखकर इन लड़कियों को उनके अभिभावकों से दूर कर दिया है? उन्होने गुजरात सरकार से भी सवाल किया कि क्या गुजरात सरकार आरएसएस एवं शिशु विद्यालय के खिलाफ कार्यवाही करेगी, जहां इन 31 में से 20 लड़कियों को रखा गया है और उनके साथ जबरदस्ती की जा रही है।
गौरतलब है कि आउटलुक अंग्रेजी की खोजी खबर के अनुसार यह सब आदिवासी लड़कियों के अभिभावकों की नजरों से दूर हो रहा है। असम से लड़कियों की तस्करी कर 20 लड़कियों को गुजरात में हलवाद के सरस्वती शिशु मंदिर में रखा गया है। पंजाब में पटियाला के माता गुजरी कन्या छात्रावास में 11 लड़कियां रखी गयी हैं। इनको संघ शासित स्कूलों में शिक्षा देने के बहाने हिंदू धर्म की दीक्षा दी जा रही है।
बच्चों पर बनाए गए हर नियमों का उल्लंघन करते हुए यह सब किया जा रहा है। असम की छह साल की लड़की श्रीमुक्ति के पिता अधा हसदा ने कहा कि मैं अपनी बच्ची को इतनी दूर नहीं भेजना चाहता था। क्या होगा जब वह वहां बीमार हो जाएगी। उसको जब मेरी आवश्यकता होगी तो वह क्या करेगी। मैं उसकी खोज के लिए कहां जाऊंगा? पर मुझे ऐसा करने पर मजबूर कर दिया गया।