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कांग्रेस ने बैंक घोटालों और एनपीए पर कहा- सरकार का एजेंडा है खाने दो, जाने दो

कांग्रेस ने बैंक घोटालों और बढ़ते एनपीए को लेकर आंकड़ों के साथ मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है।...
कांग्रेस ने बैंक घोटालों और एनपीए पर कहा- सरकार का एजेंडा है खाने दो, जाने दो

कांग्रेस ने बैंक घोटालों और बढ़ते एनपीए को लेकर आंकड़ों के साथ मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा है कि आखिर सरकार दखल नहीं देने की बात कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकती है। सरकार खाताधारकों के हितों का संरक्षण करने के बजाय अपने ‘घनिष्ट मित्रों’ को संरक्षण दे रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कहा, 'आरबीआई कहती है कि पिछले चार सालों में 23 हजार बैंक कर्जों से जुड़े घोटाले हुए और इसमें एक लाख करोड़ रुपये गायब हो गया। दिलचस्प है कि आईसीआईसीआई बैंक ने ऐसी कंपनी में 325 करोड़ रुपये निवेश कर दिया जिस पर एनपीए था। आखिर इसे कौन चेक करेगा? सरकार कहती है कि हम दखल नहीं देंगे तो निवेशकों की रक्षा कौन करेगा? उन्होंने कहा कि बैंकों में चार ऑडिट होते हैं, बावजूद उसके घोटाले हो जाते हैं, क्या सरकार ने आंखे मूंद रखी हैं। नीरव मोदी की फाइल में आग लग जाती है लेकिन किसानों के कर्ज की फाइल में कभी आग नहीं लगती।'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'पिछले चार सालों में एनपीए 230 फीसदी बढ़ा है और चार साल पहले यह दो लाख 51 हजार 54 करोड़ था। यह दिसम्बर 2017 में बढ़कर आठ लाख 31 हजार 141 करोड़ हो गया। यानी चार सालों में 5.8 लाख करोड़ का इजाफा हुआ। बैड लोन चार साल में मोदी सरकार के कार्यकाल में 317 प्रतिशत बढ़े हैं। 2014-15 में 26 हजार 112 करोड़ थे। 2017-18 में एक लाख नौ हजार 76 करोड़ रुपये हो गए थे। इसका जिम्मेदार कौन है?

इसे सरकार की नीति कहें या फिर मिलीभगत। सरकार का आखिर क्या एजेंडा था? खाने दो और भाग जाने दो? लेकिन सरकार को अगले साल 2019 में इसका जवाब मिल जाएगा।'

 

बीजेपी नेताओं संबित पात्रा और गिरिराज सिंह के बयानों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'जब-जब बीजेपी चुनाव हारने वाले होती है तो पाकिस्तान की शरण में चली जाती है। इस देश की राजनीति में हाफिज सईद का नाम लिया जा रहा है, बीजेपी के लोगों को शर्म आनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि विकास के मुद्दे पर नाकाम रहने की वजह से बीजेपी इस तरह की बातें कर रही है ताकि ध्यान भटकाया जा सके।

 

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