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शाहजादा के बाद भाजपा की नई पेशकश 'अजित शौर्य गाथा': राहुल गांधी

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के कारोबार में कथित अप्रत्याशित इजाफे की खबर के बाद अब...
शाहजादा के बाद भाजपा की नई पेशकश 'अजित शौर्य गाथा': राहुल गांधी

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के कारोबार में कथित अप्रत्याशित इजाफे की खबर के बाद अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बेटे की संस्था सवालों के घेरे में आ गई है।

अजित डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल की संस्था इंडिया फाउंडेशन में केंद्रीय मंत्रियों की भूमिका और हितों से टकराव की संभावना उजागर करती अंग्रेजी वेबसाइट ‘द वायर’ की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, “शाह-जादा की अपार सफलता के बाद पेश है की पेशकश - अजित शौर्य गाथा।” राहुल गांधी के इस ट्वीट को 11 हजार से ज्यादा लोग पसंद कर चुके हैं जबकि करीब 6 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे रिट्वीट किया है। काफी देर तक “अजित शौर्य गाथा” ट्वीटर पर ट्रेंड करता रहा। जाहिर है इस मामले ने बहुत-से लोगों का ध्यान खींचा है।

‘द वायर’ पर प्रकाशित पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी की रिपोर्ट में शौर्य डोभाल के थिंक-टैंक इंडिया फाउंडेशन में हितों के टकराव को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, शौर्य डोभाल की संस्था 2014 से पहले धर्म-परिवर्तन और चरमपंथी इस्लाम जैसे मुद्दों पर आलेख वगैरह प्रकाशित किया करती थी। मगर 2014 के बाद इसकी गतिविधियों में अप्रत्याशित  तेजी देखी गई और इसने जबरदस्त तरक्की की है। आरोप हैं कि कई केंद्रीय मंत्री अजित डोभाल के बेटे की संस्था में डायरेक्टर हैं। वित्तीय मदद के लिए यह संस्था उन देसी-विदेशी कंपनियों पर निर्भर है, जिनमें से कई भारत सरकार से डील करती हैं। इंडिया फाउंडेशन का अपारदर्शी वित्तीय लेनदेन और केंद्रीय मंत्रियों का इसमें डायरेक्टर होना कई तरह के सवाल खड़े करता है।  


 

'द वायर' की रिपोर्ट के अनुसार, शौर्य डोभाल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव द्वारा चलाए जा रहे इंडिया फाउंडेशन के निदेशकों में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु के अलावा दो राज्य मंती - जयंत सिन्हा (नागरिक उड्डयन) और एमजे अकबर (विदेश मंत्रालय) के नाम शामिल हैं।   

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने इस मामले पर प्रेस कांफ्रेंस कर सीबीआई जांच की मांग की है। सिब्बल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन चारों मंत्रियों को बर्खास्त कर देना चाहिए जो इंडिया फाउंडेशन के निदेशक हैं। सिब्बल ने कहा कि मोदी सरकार में ‘शौर्य’ की ‘जय’ और ‘जय’ का ‘शौर्य’ हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि इंडिया फाउंडेशन के बोर्ड में मौजूद 4 मंत्रियों को कब बर्खास्त करेंगे? 

'द वायर' का दावा है कि इस रिपोर्ट को तैयार करते समय इस संस्था से जुड़े सभी छह लोगों को एक पत्र भेजकर कुछ सवालों के जवाब मांगे गए थे, लेकिन मंत्रियों ने कोई जवाब नहीं दिया, जबकि राम माधव ने वादा किया कि ‘कोई उचित व्यक्ति’ इन सवालों के जवाब देगा। जब शौर्य डोभाल से पूछा कि उनकी संस्था में केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी से क्या हितों को टकराव का मामला नहीं बनता, तो शौर्य का जवाब था:

“इसका कोई सवाल ही नहीं। इंडिया फाउंडेशन न तो खुद और न ही किसे के लिए कोई भी ऐसा ट्रांजैक्शन या लेनदेन नहीं करता। इंडिया फाउंडेशन के चार्टर में लाबिंग या इस किस्म की कोई और गतिविधि करना शामिल नहीं है।”

 

(पीटीआई इनपुट)

 

 

 

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