कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा, पी चिदम्बरम, प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला आयोग गए तो भाजपा से केंद्रीय मंत्री अरुण जेतली, पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, धर्मेंद्र प्रधान और निर्मला सीतारमण आयोग में पैरवी कर रहे हैं। गुजरात राज्यसभा चुनाव में एक एक वोट के लिए कांग्रेस व भाजपा में खासी मारा मारी चल रही है। कांग्रेस ने आयोग पर दबाव डालने का आरोप भी लगाया है तथा वोट देने का वीडियो कांग्रेस और भाजपा के सामने देखने की दलील दी है। कांग्रेस का कहना है कि नियमों के तहत वोट दिखाने पर इसे अवैध करार दिया जाना चाहिए। हरियाणा में वोट दिखाने पर इसे अवैध करार दे दिया गया था।
उधर, चुनाव के दौरान क्रास वोटिंग भी सामने आई है। जद यू के विधायक छोटू बसावा ने दावा किया है कि उऩ्होंने अपना वोट कांग्रेस के अहमद पटेल को दिया तो तो जद यू के नेता के सी त्यागी ने उनके दावे को खारिज करते हुए भाजपा को वोट करने का दावा किया है। एऩसीपी के दो विधायकों के वोट को लेकर भी संशय है। माना जा रहा है कि दो में से एक ने भाजपा को तो एक ने कांग्रेस को वोट दिया है। मालूम हो कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल को जीतने के लिए 45 वोट चाहिए और कांग्रेस के 44 विधायक हैं जिनमें एक ने क्रास वोटिंग की है यानी 43 मत उन्हें मिलने की उम्मीद है। जद यू का वोट जोड़ दिया जाए तो 44 वोट हो जाएंगे। एऩसीपी का वोट अगर उन्हें मिलता तो 45 वोट मिलने की उम्मीद कही जा सकती है और किसी ने नोटा का इस्तेमाल किया होगा तो फिर उनके लिए जीतना मुश्किल ही होगा।