कांग्रेस की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता चरणजीत सिंह चन्नी को रविवार को पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना गया और अब वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने रविवार को कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी को सर्वसम्मति से पंजाब के कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है। इसी के साथ राज्य के नए मुख्यमंत्री को लेकर चल रही अकटलों पर विराम लग गया है। चन्नी पंजाब की चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं।
चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। चन्नी 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।
पिछले बार के विधानसभा चुनाव में चन्नी ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को लगभग 12000 वोटों से मात दिया था। वहीं, साल 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने लगभग 3600 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। पंजाब की राजनीति में चरणजीत सिंह चन्नी को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। बताया जाता है कि चन्नी युवा कांग्रेस से भी जुड़े रहे हैं और इस दौरान ही वो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी करीब आए।
पंजाब के नए मुख्यमंत्री के लिए कांग्रेस की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम सबसे आगे था। हालांकि अब रंधावा को पछाड़ चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। वह पंजाब सरकार में तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण के पूर्व मंत्री थे। वह चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। इससे पहले, वह 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। उन्होंने सुनील जाखड़ का स्थान लिया था। वह रामदसिया सिख समुदाय से हैं और उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह कैबिनेट में 16 मार्च 2017 को कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।