लंबे समय से बीमार पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का शनिवार देर रात निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। एक पारिवारिक सूत्र ने बताया कि नटवर सिंह ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां वह पिछले कुछ हफ्तों से भर्ती थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक जताया और कूटनीति व विदेश नीति में उनके योगदान की सराहना की।
सूत्र ने कहा, ‘नटवर सिंह का शनिवार देर रात निधन हो गया। उनके पुत्र अस्पताल में हैं। परिवार के कई अन्य सदस्य भी दिल्ली आ रहे हैं, जहां रविवार को नटवर सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।’
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।
कांग्रेस के पूर्व सांसद नटवर सिंह का जन्म 1931 में राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था। वह 2004-05 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में विदेश मंत्री पद पर काबिज थे। उन्होंने पाकिस्तान में भारत के राजदूत के रूप में भी सेवाएं दी थीं और 1966 से 1971 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यालय से जुड़े हुए थे।
नटवर सिंह को 1984 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कई चर्चित किताबें भी लिखी थीं।