कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कहा कि मुझे बहुत दुख होता है कि इस तरह का युद्ध उन उद्देश्यों के लिए हो रहा है जो बहुत अच्छी तरह से परिभाषित नहीं हैं। दोनों तरफ से जानमाल का नुकसान काफी ज्यादा लगता है। भारतीय स्थिति थोड़ी विकसित हुई है।
रूस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें नहीं लगता कि वे यूक्रेन में जो कर रहे हैं वह उचित है। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट पर भारत को अपने रुख पर बातचीत करने के लिए कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। हमारी कूटनीति ने ये तय किया है कि रूस और पश्चिम के देशों के साथ संबंधों को बनाए रखने के लिए भारत को स्थिति की अधिक समझ है। शशि थरूर ने कहा कि अन्य उत्पादों की कीमतों पर भी असर पड़ेगा। गेहूं निर्यात के मामले में यूक्रेन अत्यधिक उत्पादक रहा है... एक छोटी सी उम्मीद यह है कि हमारे पंजाबी किसान अधिक कीमत पर गेहूं बेच सकेंगे।
यूक्रेन संकट के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इसी हफ्ते भारत यात्रा करेंगे। इससे पहले वे चीन के नेताओं से मुलाकात व बैठक करेंगे। लावरोव के एक अप्रैल को दिल्ली दौरे की उम्मीद है। इसी दौरान ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस भी भारत आएंगी। लावरोव दिल्ली में विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बातचीत करेंगे।
यूक्रेन और रूस के बीच जंग एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी यूक्रेन में तबाही का मंजर जारी है। रूस के रक्षा मंत्री ने नाटो को यूक्रेन की मदद करने को लेकर आगाह किया है और दावा किया है कि यूक्रेन की सैन्य क्षमताएं कम हुई हैं। बाइडन की ओर से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर की गई टिप्पणी पर भी रूस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। तुर्की के इस्तांबुल में आज रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता का चौथा दौर आयोजित हुआ जिसमें यूक्रेन ने अपनी कुछ शर्तों के साथ शांति प्रस्ताव पेश किया है। वहीं, रूस ने कहा है कि वह कीव और चेर्नीहीव पर हमले कम करेगा और डोनबास की आजादी पर ध्यान लगाएगा।