कांग्रेस ने हाल में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के कारणों का पता लगाने के लिए वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में चव्हाण के अलावा, सलमान खुर्शीद, मनीष तिवारी, विंसेट एच पाला और जोति मणि शामिल हैं। समिति चुनावी राज्यों में जाएगी और पार्टी के कार्यकर्ता, उम्मीदवारों से लेकर राज्य के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार करेगी और कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तत्काल समिति को गठित करने की संस्तुति दी है और दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने पार्टी के प्रदर्शन को ‘निराशाजनक’ करार दिया और कहा था कि इस हार से सबक लेने की जरूरत है।
कांग्रेस का पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही थी लेकिन उसे वहां हार मिली। पुडुचेरी में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि डीएमके की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।
बताया जाता है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में बंगाल के कांग्रेस प्रभारी जितिन प्रसाद ने राज्य में कांग्रेस के बुरे प्रदर्शन के लिये आईएसएफ के साथ गठबंधन को जिम्मेदार माना और आईएसएफ के साथ गठबंधन को लेफ्ट का फैसला बताया। असम में एआईयूडीएफ के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर भी सवाल उठा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने असम में एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन के फैसले को गलत माना और सवाल खड़ा किया। कार्यसमिति में हार के कारणों पर मंथन के साथ ही कोरोना से निपटने में केंद्र सरकार की नाकामी पर भी चर्चा की गई।
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए टीकाकरण को राज्यों को सौंपने को सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया करार दिया तथा केंद्र को सभी को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का भी सुझाव दिया। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में एक 13 सदस्यीय कोविड-19 रिलीफ टास्क फोर्स का भी गठन किया है। ये समिति पार्टी द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों को संभालेगी। टास्क फोर्स में वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, पवन कुमार बंसल, श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला, मनीष चतरथ, डॉ अजय कुमार, पवन खेड़ा, गुरदीप सिंह सप्पल तथा आर वी श्रीनिवास शामिल हैं।