हरियाणा के जींद में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली को विपक्ष ने ‘फ्लाप’ ठहराया है और कहा कि जनता ने साफ कर दिया है कि वह ‘जुमलों के झांसे’ में नहीं आने वाली है।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने ‘मिशन 2019’ के नाम पर हरियाणा के लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन रैली ने साफ कर दिया कि अब वह भाजपा के ‘जुमलों के झांसे’ में नहीं आयेंगे।
उन्होंने दावा किया कि इसके बाद हरियाणा में भाजपा के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। भाजपा द्वारा रैली को सफल बनाने के तमाम हथकंडे विफल साबित हुए।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा की रैली पूरी तरह से विफल रही है। रैली में ज्यादातर खाली पड़ी कुर्सियां इस बात की ओर स्पष्ट संकेत करती हैं कि प्रदेश की जनता का भाजपा से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के खजाने से 22 करोड़ रुपए केवल केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती पर खर्च हो गये।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा कि सरकार ने इस रैली को सफल बनाने के लिए खुलेआम सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि नेताओं ने लोगों को पैसे देकर भी इस रैली को शामिल करने का प्रयास किया।
इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि रैली में भीड़ नहीं जुटना इस बात का संकेत है कि हरियाणा की जनता ने भाजपा तथा इसकी नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया है।
आप के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने दावा किया कि अमित शाह की रैली में मुश्किल से 5 हजार बाइक भी नहीं पहुंची। हरियाणा में पंद्रह दिनों के भीतर बलात्कार की नौ घटनाएं होने के बावजूद अमित शाह प्रदेश को बेटियों के लिए सुरक्षित बता रहे हैं।