Advertisement

हिमाचल में कांग्रेस बिखरी नजर आ रही है, इसकी जिम्मेदार वह खुद: अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद तेज हुई राजनीतिक सरगर्मी के...
हिमाचल में कांग्रेस बिखरी नजर आ रही है, इसकी जिम्मेदार वह खुद: अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद तेज हुई राजनीतिक सरगर्मी के बीच बुधवार को आरोप लगाया कि पर्वतीय राज्य में कांग्रेस बिखरी नजर आ रही है और इसकी जिम्मेदार वह खुद है।

उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जिनसे अपनी पार्टी नहीं संभल रही है, वह दूसरों पर ठीकरा फोड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हिमाचल में कांग्रेस विधायकों का अपनी ही सरकार से भरोसा उठ गया… है। कारण हैं... झूठे वादे, झूठी गारंटियां, आपसी अविश्वास, कथनी-करनी में अंतर, कमजोर व लचर नेतृत्व और जनता के बीच जाने में शर्मिंदगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिमाचल में कांग्रेस बिखरी नजर आ रही है, टूटी नज़र आ रही है और इसकी जिम्मेदार वो खुद है।’’

यह पूछे जाने पर क्या कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी, ठाकुर ने कहा, ‘‘आज देखिए क्या-क्या होता है, आपको सारे उत्तर मिल जाएंगे।’’

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन की जीत के बाद वहां के राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में महाजन ने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को पराजित किया।

कांग्रेस और भाजपा दोनों उम्मीदवारों को 34-34 मत मिले जिससे संकेत मिलते हैं कि कांग्रेस के छह विधायकों ने पार्टी के खिलाफ मतदान किया। इसके बाद ‘ड्रॉ’ के जरिए परिणाम घोषित किए गये।

राज्य विधानसभा की 68 सीट में कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के पास 25 सीट हैं। बाकी तीन सीट पर निर्दलीयों का कब्जा है।

सिंघवी की हार के बाद हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। इसके बाद पार्टी में असंतोष खुलकर सामने आ गया ।

विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं और शिमला (ग्रामीण) से विधायक हैं।

हिमाचल के घटनाक्रम के बारे में अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में बड़े-बड़े और झूठे वायदे करके कांग्रेस की सरकार बनी। सरकार बनने के बाद वह वायदे पूरे नहीं हुए। जब कांग्रेस के अपने विधायक क्षेत्र में जाते हैं तो जनता सवाल पूछती है लेकिन कांग्रेस के विधायकों के पास जवाब नहीं रहता।’’

उन्होंने कहा कि बड़े और झूठे वायदे करके जब कोई सरकार बनाता है तो जनता का सामना करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज कांग्रेस की हालत ऐसी हो गई है... जहां-जहां कांग्रेस ने बड़े और झूठे वायदे किए वहां वह मुकरती नजर आ रही है। इनके विधायक भागते नजर आते हैं। ऐसी क्या मजबूरी थी कि मात्र 14 महीने के अंदर इनके विधायक इनका साथ छोड़कर चले गए?’’

ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों के टूटने का एक बड़ा कारण एक गैर हिमाचली को राज्यसभा का टिकट देना भी था। सिंघवी दिल्ली के हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हिमाचलवासियों की अनदेखी की। उन्होंने कहा, ‘‘इसको लेकर गुस्सा जनता में भी था। मुझे लगता है कि उसका कुछ आक्रोश कांग्रेस के नेताओं में भी था। कुल मिलाकर वह अपनी ही सरकार से दुखी हैं कि ना वायदे पूरे कर पा रहे हैं , न विकास कर पा रहे हैं। सारे विकास कार्य राज्य में ठप्प पड़े हैं। वहां केवल सरकार और उसके मंत्री एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने का काम करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जिनसे अपना परिवार ना संभले, विधायक न संभले, पार्टी न संभले और ठीकरा दूसरे पर डाले। जिनके अपने जिले में एक नहीं दो-दो विधायक छोड़ कर चले जाएं तो इसमें भाजपा क्या कर सकती है। ना विधायक संतुष्ट ..और अब दिख रहे हैं अधिकतर लोग रूष्ट।’’

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad