इस भोज का लक्ष्य सूबे में सामाजिक समरसता की स्थापना करना है। भोज में सूबे के सभी जिलों में सवर्ण समाज के लोगाें को दलितों के साथ भोजन के लिए आमंत्रित किया गया है। सूबे में 2017 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
पार्टी के अनुसूचित जाति और जनजाति प्रकोष्ठ पर इस भोज के आयोजन की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के तहत हर जिले में किसी बड़े दलित नेता के घर भोजन तैयार कराया जाएगा और वहीं सवर्ण लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। यहां वह दलितों के साथ भोजन कर सूबे में सामाजिक समरसता को बढ़ाएंगे।
प्रदेश कांग्रेस समिति की नवनियुक्त सीनियर वाइस प्रेसीडेंट भगवती चौधरी ने कहा कि जिले के अनुसूचित जाति और जनजाति प्रकोष्ठ को इस कार्यक्रम का जिम्मा दिया गया है। उन्हें आयोजन काेे सफल करनेे के लिए विशेष संदेश दिए गए हैं। गुजरात में दलितों के उत्पीड़न को ध्यान में रखते हुए पार्टी ऐसा आयोजन कर सामाजिक समरसता स्थापित करना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि सूबेे में अपने खोए राजनैतिक वर्चस्व को दोबारा हासिल करने के लिए कांग्रेस ने पिछले साल समूचे प्रदेश में दलित मसले और अंबेडकर की विचारधारा को आधार बनाकर भीम ज्योति यात्रा निकाली थी। बाद में लखनऊ में एक एससी-एसटी सम्मेलन का आयोजन भी किया गया। जिसको कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संबोधित किया था। इस कार्यक्रम को अपार समर्थन मिला था। जिसके बाद कांग्रेस ने भीम भोज का आयोजन किया है।