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कांग्रेस ने नहीं लिया शिवसेना को समर्थन पर निर्णय, एनसीपी से चर्चा करेंगी सोनिया

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर स्थिति अभी भी साफ नहीं हुई है। महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन...
कांग्रेस ने नहीं लिया शिवसेना को समर्थन पर निर्णय, एनसीपी से चर्चा करेंगी सोनिया

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर स्थिति अभी भी साफ नहीं हुई है। महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने पर कांग्रेस ने अभी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। सोनिया गांधी के साथ वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है और सोनिया गांधी एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बातचीत कर आगे कोई फैसला लेगी।

कांग्रेस ने महाराष्ट्र के अपने नेताओं की बैठक के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उसे अभी एनसीपी के साथ और चर्चा की आवश्यकता है। कांग्रेस ने कहा, 'कांग्रेस वर्किंग कमिटी की आज सुबह बैठक हुई और महाराष्ट्र के ताजा हालात पर लंबी चर्चा हुई। इसके बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के साथ भी काफी चर्चा हुई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ भी बातचीत की है। कांग्रेस एनसीपी के साथ अपनी बातचीत जारी रखेगी।' 

शिवसेना को समर्थन के फैसले पर विचार के लिए सोनिया गांधी के साथ दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं समेत अहमद पटेल और एके एंटनी जैसे वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। 

पहले खबर आ रही थी कि कांग्रेस ने शरद पवार से बात कर शिवसेना को समर्थन देने का मन बना लिया है, लेकिन शाम करीब साढ़े सात बजे कांग्रेस ने बयान जारी कर पेच फंसा दिया। कांग्रेस ने कहा है कि वह इस मामले में एनसीपी के साथ और चर्चा करना चाहती है। 

राज्यपाल ने नहीं दिया शिवसेना को वक्त

राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा, "हमने राज्यपाल से कहा कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से 2 दिन का वक्त मांगा था लेकिन वो देने से इनकार कर दिया है। ठाकरे ने कहा कि बाकी पार्टियों से शिवसेना की बातचीत चल रही है, लेकिन उनका पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है, ऐसे में हमें समय दिया जाए, हालांकि राज्यपाल ने शिवसेना को समय देने से वक्त देने से मना कर दिया है।"

दरअसल, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के दावे के बीच शिवेसना ने नेताओं ने शाम सात बजे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। इसमें आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंद, सुभाष देसाई शामिल थे। इस दौरान राजभवन के बाहर तीन निर्दलीय विधायक भी पहुंचे। निर्दलीय विधायक बच्चू कडू ने कहा कि जो भी उद्धव साहब तय करेंगे, वही मुख्यमंत्री होंगे।

एनसीपी ने क्या कहा?

इससे पहले एनसीपी ने कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा था कि हमारे विधायक सरकार बनाने के पक्ष में हैं, लेकिन कांग्रेस के बगैर कोई फैसला नहीं लेंगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी कहा कि कांग्रेस से बातचीत के बाद ही इस पर फैसला लेंगे। राज्यपाल ने शिवसेना को संख्या बल बताने के लिए शाम 7:30 बजे तक का वक्त दिया है। ऐसे में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे खुद सत्ता का समीकरण बनाने में पूरा जोर लगा रहे हैं।

शिवसेना के मंत्री ने दिया इस्तीफा

भाजपा ने रविवार को सरकार बनाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से शिवसेना को सरकार बनाने के लिए न्योता मिला। राकांपा और कांग्रेस ने शिवसेना को समर्थन देने के लिए उसके एनडीए से अलग होने की शर्त रखी है। इसके बाद मोदी सरकार में शिवसेना के इकलौते केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने सोमवार सुबह ट्वीट कर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।

'उद्धव के आदेश पर अरविंद सावंत इस्तीफा दे रहे हैं'

अरविंद सावंत के इस्तीफे पर संजय राउत ने कहा, 'भाजपा ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद बांटने के लिए तैयार नहीं है। वे किसी भी हालत में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद नहीं देंगे। चाहे उन्हें विपक्ष में ही क्यों न बैठना पड़े। इस व्यवहार को जनता के साथ धोखा कहा जाएगा या नहीं। भाजपा मानने के लिए ही तैयार नहीं तो कौन सा रिश्ता रहता है हमारा। हमसे पूछा तक नहीं गया। यह रिश्ता औपचारिकता रह गया। हमारे केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत उद्धव ठाकरे के आदेश पर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफ देने का फैसला लिया है।' राउत ने कहा कि बेहतर होता कि राज्यपाल संख्याबल बताने के लिए हमें और वक्त देते। शिवसेना को भाजपा से कम समय दिया गया है। यह महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की भाजपा की रणनीति है।

भाजपा ने सरकार गठन से किया था इनकार

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने रविवार को शिवसेना को सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया। शिवसेना राज्य में दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। राज्यपाल ने शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे से इस बारे में पूछा। इससे पहले शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे बड़ा दल होने के नाते भाजपा को सरकार गठन का न्योता दिया था। केयरटेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात की। रविवार को भाजपा विधायकों की बैठक हुई। इसके बाद महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हम सरकार नहीं बनाएंगे। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनादेश भाजपा-शिवसेना को साथ काम करने के लिए दिया गया था। अगर शिवसेना इसका सम्मान नहीं करना चाहती और कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाना चाहती है तो हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। कांग्रेस और शिवसेना ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। 

आज क्या-क्या हुआ

-एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुंबई में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक ली। इसमें प्रफुल पटेल, सुप्रिया सुले, अजीत पवार, जयंत पाटिल और अन्य नेता मौजूद रहे। पवार ने कहा- जो भी फैसला होगा, राकांपा और कांग्रेस मिलकर लेंगे। अभी शाम तक का समय है।

-कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए दिल्ली स्थित अपने आवास पर कार्यसमिति की बैठक बुलाई। इसमें अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत अन्य नेता शामिल हुए। इससे पहले खड़गे ने जयपुर में ठहरे महाराष्ट्र के विधायकों के साथ बैठक की।

 -भाजपा ने विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस के आवास पर कोर कमेटी की बैठक बुलाई। शिवसेना के बड़े नेताओं की रविवार देर रात तक मातोश्री में बैठक हुई।

 

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