चक्रवात ‘फेंगल’ का कहर तमिलनाडु पर जारी है। इस चक्रवाती तूफान की वजह से तमिलनाडु और पुडुचेरी में तमिलनाडु और पुडुचेरी में हो गए हैं। कई लोगों की जान चली गई।
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में एक विशाल चट्टान के एक घर पर गिरने से 5 बच्चों सहित 7 लोगों की मौत हो गई। तमिलनाडु के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान पर दुख जताया है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को तमिलनाडु में चक्रवात फेंगल से हुए नुकसान को ‘‘विनाशकारी’’ बताया और राज्य के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से, जहां भी संभव हो, राहत प्रयासों में प्रशासन की मदद करने का आग्रह किया।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "तमिलनाडु में चक्रवात फेंगल से काफी विनाश हुआ है। इस त्रासदी के दौरान जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ भी हैं जिनके घर और संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, मैं राज्य के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आगे बढ़ने और जहां भी संभव हो राहत प्रयासों में प्रशासन की मदद करने का आग्रह करता हूं।"
चक्रवात फेंगल के कारण हुई भारी बारिश की वजह से पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री ए ने मंगलवार (3 दिसंबर) को सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है। इसके अलावा तमिलनाडु के भी ज्यादातर स्कूल कॉलेज बंद रहंगे। पुडुचेरी सरकार ने चक्रवात फेंगल से प्रभावित सभी राशन कार्डधारकों को 5,000 रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है।
चक्रवात फेंगल की वजह से हुए नुकसान के बाद तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने केंद्र से मदद मांगी है। उन्होंने केंद्र सरकार को मदद के लिए पत्र लिखा है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पीएम मोदी को मदद लिख कर आपदा के नतीजों से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष से 2000 करोड़ रुपये की तत्काल राहत की मांग की है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "इस विनाशकारी तूफान की वजह से 12 लोगों की जान चली गई, 2,416 झोपड़ियां, 721 घर और 963 मवेशी नष्ट हो गए, 2,11,139 हेक्टेयर कृषि और बागवानी भूमि जलमग्न हो गई, 9,576 किलोमीटर सड़कें, 1,847 पुलिया और 417 टैंक क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा 1,649 किलोमीटर बिजली के कंडक्टर, 23,664 बिजली के खंभे और 997 ट्रांसफार्मर नष्ट हो गए, 1,650 पंचायत भवन, 4,269 आंगनवाड़ी केंद्र, 205 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 5,936 स्कूल भवन, 381 सामुदायिक भवन और 623 जलापूर्ति योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं हैं।"
तमिलनाडु सरकार के अनुसार, चक्रवात फेंगल ने 14 जिलों में जमकर तबाही मचाई है। इस तूफान की वजह से 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग और 69 लाख से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं।