इस विडियो में सीएम के निजी सचिव शराब बिचौलिये के साथ बात करते दिख रहे हैं और यह पूछ रहे हैं कि शराब लाइसेंस के बदले कितने पैसे देगा और भुगतान किस जगह किया जाएगा। बीजेपी का आरोप है कि सीएम के निजी सचिव ने पैसे लेकर शराब लाइसेंस आवंटित किए। सीतारमण ने सीएम रावत को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उत्तराखंड के इस शराब घोटाले में सीएम हरीश रावत खुद शामिल हैं। उन्होंने रावत के इस्तीफे की मांग भी की है। इस सीडी के बारे में भाजपा का कहना है कि एक गैर सरकारी संगठन ने इसे तैयार किया है। पार्टी ने कांग्रेस आलाकमान से मांग की है कि वह उत्तराखंड के इस भ्रष्टाचार और शराब घोटाले पर जवाब दे। भाजपा का आरोप है कि केदारनाथ हादसे के बाद तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा को हटाकर हरीश रावत को इसलिए मुख्यमंत्री बनाया गया ताकि राज्य का विकास हो मगर ऐसा नहीं हुआ बल्कि पूरा सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार में लिप्त हो गया है। दूसरी ओर कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल पार्टी के पास खोने के लिए कुछ नहीं है इसलिए जरूरत पड़ने पर वह अभी अपने मुख्यमंत्री को हटाने में भी संकोच नहीं करेगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस को घेरने की अपनी योजना के तहत भाजपा ने संसद सत्र शुरू होने से ठीक पहले गोवा की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान अमेरिकी फर्म से रिश्वतखोरी का मसला उछाला, मंगलवार को खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट किया कि कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कोयला घोटाले के एक आरोपी को राजनयिक पासपोर्ट जारी करवाने के लिए दबाव बनाया था और इसके बाद निर्मला सीतारमण ने उत्तराखंड सीएम के पीए की सीडी मीडिया में जारी की। जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस को कोई बढ़त नहीं लेने देना चाहती। हालांकि संसद में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को हंगामा मंगलवार को भी जारी रहा और कोई विधायी काम-काज नहीं हुआ मगर मीडिया में उससे ज्यादा चर्चा कांग्रेस से जुड़े मसलों की होती रही।