कांग्रेस सांसद गोवाल पडवी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि चीन का कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से संबंधित मॉडल ‘डीपसीक’ अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं बताता है और ऐसे में उसे प्रतिबंधित करना चाहिए तथा इस विषय को चीन की सरकार के समक्ष उठाया जाना चाहिए। पड़वी ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘जब डीपसीक से उत्तर प्रदेश के बारे में पूछा जाता है तो वह इसे भारत का हिस्सा बताता है...लेकिन जब अरुणाचल प्रदेश के बारे में पूछा जाता है इसका जवाब नहीं मिलता। यह अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं बताता है।’’ उनका कहना था कि विदेश मंत्रालय को इस मामले को चीन के समक्ष उठाना चाहिए।
पडवी ने कहा, ‘‘इस तरह की प्रौद्योगिकी का भारत में कोई स्थान नहीं है। इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। भारत को अपना एआई विकसित करना चाहिए।’’
कांग्रेस सांसद मुरारी लाल मीणा ने शून्यकाल के दौरान कहा कि राजस्थान में गुर्जर समुदाय के आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में डाला जाए ताकि आगे कोई परेशानी नहीं हो।