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उत्तराखंड: तीरथ सिंह रावत ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, क्या 2022 में फिर से खिला पाएंगे 'कमल'

तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बना दिया गया है। रावत ने आज शाम 4 बजे उत्तराखंड के...
उत्तराखंड: तीरथ सिंह रावत ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, क्या 2022 में फिर से खिला पाएंगे 'कमल'

तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बना दिया गया है। रावत ने आज शाम 4 बजे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्य की राज्यपाल बेबी मौर्य ने शपथ दिलाई है। बता दें त्रिवेंद्र सिंह ने कल राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। बीजेपी के कई विधायकों और कुछ मंत्रियों की नाराजगी की वजह से उन्हें बीते दिनों दिल्ली तलब किया गया था। आज सुबह विधायक दल की बैठक के बाद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद के लिए विधायक दल का नेता चुना गया है। तीरथ सिंह रावत के पास करीब 1 साल का समय है जिसमें उन्हें ना केवल त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद भाजपा की बिगड़ी छवि को सुधारने की जिम्मेदारी होगी बल्कि 2022 के चुनाव में पार्टी को दोबारा सत्ता में लाने की भी अहम जिम्मेदारी होगी।

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मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा के बाद तीरथ सिंह रावत ने कहा "मैं केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने मुझे ये पदभार दिया। मैं गांव से आया हुआ एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं, मैंने कभी कल्पना नहीं की थी। जनता के विश्वास पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे, मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के लिए जो काम किए हैं उसे आगे बढ़ाएंगे।"

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने देहरादून में कहा, "हम सब तीरथ सिंह रावत को बधाई देने आए हैं। उन्हें हमारी शुभकामनाएं हैं। एक साल का जो वक्त उन्हें मिला है उसका अच्छे से जनता के लिए इस्तेमाल करें। जल्द ही बाकी मंत्रियों का भी शपथ ग्रहण होगा।"

इससे पहले बीते सप्ताह शनिवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को देहरादून विधानसभा सत्र की चर्चा करने के बाद पहले से बिना किसी निर्धारित तारीख से इतर कोर कमेटी की बैठक आयोजित करने के लिए भेजा गया था। दरअसल, राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव है और पार्टी के भीतर उठते असंतोष को देखते हुए पार्टी के आलाकमानों को ये कदम उठाना पड़ा है। ऐसा देखा जा रहा था कि यदि त्रिवेंद्र सिंह रावत की अगुवाई में आगामी चुनाव लड़े जाते हैं तो भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इस्तीफा देने के बाद रावत ने कहा, पार्टी ने मुझे चार साल तक इस राज्य की सेवा करने का सुनहरा अवसर दिया है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा मौका मिलेगा। पार्टी ने अब फैसला किया है कि सीएम के रूप में सेवा करने का अवसर किसी और को दिया जाना चाहिए।"

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