राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं के धरने में शामिल हुए। कांग्रेस कार्यकर्ता यह धरना इसलिए दे रहे हैं ताकि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद से दिए इस्तीफे को वापस ले लें। लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार मिलने के बाद से राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के फैसले पर अड़े हुए हैं। कांग्रेस के बड़े नेता उन्हें लगातार मनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी संबंध में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता राहुल गांधी के इस्तीफे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग है कि हार की जिम्मेदारी सामूहिक है, इसलिए राहुल गांधी हार के लिए खुद को जिम्मेदार न मानें।
कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के साथ राहुल ने की थी बैठक
इससे पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी। इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी मौजूद थे।
राहुल के फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील
बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों ने राहुल गांधी से इस्तीफा देने के फैसले को वापस लेने की अपील की थी। लेकिन राहुल गांधी अपने फैसले पर अटल नजर आए। करीब 90 मिनट तक चली बैठक में अशोक गहलोत ने अन्य मुख्यमंत्रियों की तरफ से बात रखते हुए राहुल गांधी से अपने फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए कहा था।
लगातार इस्तीफे पर अड़े हैं राहुल
बाद में गहलोत ने मीडिया से कहा था कि हमने अपनी भावनाओं से राहुल गांधी को अवगत करा दिया है। उन्होंने हमें बहुत ध्यानपूर्वक सुना और हमारा मानना है कि वह सही समय पर सही फैसला लेंगे।
लोकसभा परिणाम आने के बाद 21 मई को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई थी। इसमें राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। हालांकि सीडब्ल्यूसी ने उनके इस फैसले पर अंतिम मुहर नहीं लगाई थी। इसके बाद हाल ही में राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी के किसी पदाधिकारी की तरफ से इस्तीफे की पेशकश नहीं करने को लेकर नाराजगी जताई थी। इसके बाद पार्टी में एक के बाद एक इस्तीफे आने लगे। राहुल गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं।