भारतीय जनता पार्टी, तेलंगाना के अध्यक्ष बंदी संजय ने "तेलंगाना के पुराने शहर पर सर्जिकल स्ट्राइक" का दावा किया तो ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी कहां पीछे रहने वाले थे। मंगलवार को ओवैसी ने कहा कि एक सर्जिकल स्ट्राइक चीन पर करने की आवश्यकता है।
आपको बता दें कि 2020 में एक जनसम्मेलन को संबोधित करते हुए बंदी संजय ने कहा था कि भारत राष्ट्र समिति (टीआरएस) और एआईएमआईएम ने रोहिंग्या, पाकिस्तानी एवं अफ़गानिस्तानी मतदाताओं के बलबूते जीएचएमसी चुनाव जीतने का प्रयास किया। कुमार ने हैदराबाद नगर निगम चुनाव में प्रचार के दौरान कहा, "यह चुनाव पाकिस्तान, अफगानिस्तान और रोहिंग्या मतदाताओं के बिना होने चाहिए।"
उन्होंने कहा, "हम चुनाव जीतने के पश्चात पुराने शहर पर एक सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे।" अब एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने मंगलवार को सांगारेड्डी में इस बात पर पलटवार करते हुए कहा, "वे यहां सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं। अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें चीन पर सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।"
ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि एआईएमआईएम चीफ और केसीआर के मध्य अच्छे संबंध हैं। ओवैसी ने कहा, "मेरे हाथों में गाड़ी का स्टीयरिंग है तो इसमें आपको (अमित शाह जी) दुख क्यों हो रहा है? मंदिरों के लिए करोड़ों रुपए स्वीकृत हुए। उन्हें लगता है मेरे हाथों में स्टीयरिंग है, इसमें दुख क्या है?"
बता दें कि इससे पहले 23 अप्रैल को कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की "संकल्प सभा" के दौरान अमित शाह ने ओवैसी और केसीआर के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, "वो सरकार, जिसका स्टीयरिंग मजलिस (ओवैसी) के हाथों में है, तेलंगाना नहीं चला सकती। हमें मजलिस का भय नहीं है। मजलिस आपके (बीआरएस) लिए बाध्यता है, हमारे (भाजपा) लिए नहीं। तेलंगाना की सरकार को जनहित में कार्य करना चाहिए, ना ही ओवैसी के लिए।"